कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं
वनांचल में ग्रामीणों के पास झिरिया के अलावा कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। यदि झिरिया का पानी साफ है तो उबालकर पीया जा सकता है, लेकिन यदि पानी गंदा, मटमैला है तो पीने योग्य नहीं रह जाता और इसी तरह के हालात अभी कई दर्जन गांवों में देखने को मिल रहा है। बावजूद इनके लिए कोई व्यवस्था नहीं की जा सकी है। वनांचल में जहां हर साल पानी की समस्या होती है वहां पर गंभीरता से ध्यान देते हुए व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए।