पंधाना के परदेशीपुरा निवासी संजना पिता संजय बुधवार शाम को घर में खेल रही छोटी बच्ची के हाथ में सिक्का देखकर उसके हाथ से छुड़ा लिया और छुपाने की नीयत से मुंह में रख लिया। इस दौरान बात करते समय सिक्का उसके गले में उतर गया और आहार नली में फंस गया। गले में सिक्का फंसने ने युवती को सांस लेने में परेशानी होने लगी। परिजन उसे मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल लेकर आए। यहां बुधवार रात इमरजेंसी में युवती का एक्स-रे किया गया। सिक्का गले से नीचे उतरकर दोनों फेफड़ों के बीच फंसा हुआ था।
ईएनटी विभाग के डॉ. संजय बाजोलिया ने ऑपरेशन का निर्णय लिया। गुरुवार को ईएनटी विभाग और एनेस्थिसिया विभाग ने मिलकर दूरबीन विधि (रिपिड इसोफगोस्कोपी) से इमरजेंसी ऑपरेशन किया और सफलतापूर्वक सिक्का गले से निकाला। सर्जरी टीम में डॉ. सुनील बाजोलिया, डॉ. अंशुल शर्मा, एनेस्थिसिया डॉ. शिखा अग्रवाल, डॉ. निहा खान, पंकज, स्टाफ नर्स लक्की, सिंधु व ओटी स्टाफ शामिल रहा।