खंडवा

दीनदयाल रसोई से राशन की अफरा-तफरी होने की सूचना पर हंगामा

उठ खड़े हुए सवाल…गड़बडझाले की आशंका में राशन से भरी गाड़ी पकड़ी तो अफसर जवाब देने से कतराए, कांग्रेस के पूर्व पार्षदों ने सरकारी अनाज से भरी गाड़ी पकड़ी, उठाए सवाल-प्रशासन कर रहा अनाज की अफरा-तफरी

खंडवाApr 04, 2020 / 10:30 pm

अमित जायसवाल

इंदौर के बाद बहरोड़ में भी एएनएम व आशा सहयोगिनी से अभद्रता

खंडवा. कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन के बीच जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन ने ली है। ये सामग्री उपलब्ध कराने के लिए शहर सहित जिलेभर में दानदाता आगे आए हैं, लेकिन अब सरकारी अमले पर ही राशन की अफरा-तफरी करने की आशंकाएं गहराईं हैं।
दीनदयाल रसोई के नाम से प्रशासन ने पं. माखनलाल चतुर्वेदी बस स्टैंड के पास एक आवंटन काउंटर खोला है, यहां से एक सरकारी गाड़ी में अनाज के पैकेट भर लिए गए थे। कांग्रेस के पूर्व पार्षद आसिम पटेल ने इस वाहन को रोका तो प्रशासनिक अधिकारियों के चेहरे की हवाइयां उड़ गई। किसी तरह से जनप्रतिनिधियों को रोका जाने लगा। मीडियाकर्मी पहुंचे और दीनदयाल रसोई के पास मौजूद प्रभारी अधिकारी अनुभा जैन से सवाल पूछे तो वह कुर्सी छोड़ कर जाने लगी। बाद में जिला प्रशासन के जनसंपर्क अधिकारी बृजेंद्र शर्मा ने आकर मौके पर प्रभारी अधिकारी से प्रशासनिक पक्ष दिलवाया।
संदेह के घेरे में प्रक्रिया
प्रभारी अधिकारी ने जो अपना कथन दिया है, उसमें उन्होंने कहा है कि अनाज के पैकेट जरूरतमंदों तक पहुंचाए थे, लेकिन अब वहां पर जरूरत नहीं है, इसलिए हम वापस गाड़ी खाली करवा रहे हैं। लगभग 2 घंटे तक चले इस घटनाक्रम में प्रशासन की खाद्यान्न आवंटन की पूरी प्रक्रिया ही संदेह के घेरे में खड़ी हो गई है।
इस तरह चला घटनाक्रम
घटना शुक्रवार दोपहर की है। कांग्रेस के पूर्व पार्षद शौकत काका, सिद्दीक पटेल, आसिम पटेल दीनदयाल रसोई खाद्यान्न आवंटन केंद्र पर पहुंचे थे। यहां पर एक सरकारी अफसर की चार पहिया वाहन में दर्जनों भोजन के पैकेट रखे हुए थे। यह पैकेट कहां ले जा रहे थे, इसकी कोई भी एंट्री रजिस्टर में इंद्राज नहीं थी। जब जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन के मौजूदा अधिकारियों से यह जानकारी लेना चाही तो उन्होंने उनको वहां से बाहर निकल जाने को कहा। पूर्व पार्षद आसिम पटेल के मुताबिक अधिकारियों द्वारा लगातार यहां से सरकारी और लोगों के द्वारा दान किए गए खाद्यान्न की अफरा-तफरी की जा रही है। शुक्रवार को भी यही घटना हुई तो हमने उसका वीडियो बनाया और मीडिया को सूचना दी। इस मामले में हम मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को भी शिकायत करेंगे। दीनदयाल रसोई की प्रभारी डिप्टी कलेक्टर अनुभा जैन ने कहा कि यह पैकेट मेडिकल कॉलेज के पीछे झोपड़पट्टी में जरूरतमंद परिवारों को भेजे जा रहे थे, लेकिन अब पता चला है कि उनके पास पहुंच गए हैं, उनको नहीं भेज रहे हैं।

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