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Singaji Thermal Project – चार कंपनियों के 300 से ज्यादा मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट

locationखंडवाPublished: Nov 26, 2020 01:15:52 pm

Submitted by:

tarunendra chauhan

सिंगाजी ताप परियोजना के फेज टू के बायलर टरबाइन का मेंटेनेंस कर रही चार कंपनियों के ठेका समाप्तइकाइयों के बंद होने से कंपनियों को नहीं मिला है एक्सटेंशन

Singaji Thermal Project

Singaji Thermal Project

खंडवा. सुपरक्रिटिकल तकनीक पर आधारित प्रदेश की पहली सिंगाजी ताप परियोजना की फेज 2 कि सात हजार करोड़ की लागत से बनी 660 मेगावाट की इकाई 3 और 4 के खराबी के चलते प्रदेश को तो नुकसान हो ही रहा है और अब इसका असर मजदूरों पर भी पडऩे लगा है। इकाई 3 और 4 के मेंटेनेंस में कुल 4 कंपनियां काम करती हैं, जिसमें 300 से ज्यादा मजदूर काम कर 2 वर्षों से परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। बॉयलर टरबाइन आइएमडी, इएमडी के मेंटेनेंस में काम कर रही इन कंपनियों का ठेका 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इकाइयों के बंद होने के कारण कब ठेका चालू होगा इसकी कोई संभावना नहीं है। कंपनी आगे इन मजदूरों को रखने में भी असमर्थ है और इन कंपनियों का अभी तक एक्सटेंशन आर्डर भी नहीं आया है, जिसके कारण इन कंपनियों में काम करने वाले मजदूर अब बेरोजगार हो जाएंगे।

इस संबंध में सिंगाजी ताप परियोजना के मुख्य अभियंता वीके कैलासिया का कहना है कि फेज दो में कार्यरत कंपनियों के ठेके समाप्त हो रहे हैं, उनके ठेके मुख्यालय जबलपुर से दिए जाते हैं । अभी इकाइयां बंद चल रही हैं ठेके को आगे बढ़ाना मुख्यालय तय करता है। इकाइयों के चालू होने पर पुन: कंपनियों को काम मिल सकता है।

फेज दो का मेंटेनेंस कर रही इन कंपनियों के इतने मजदूर होंगे बेरोजगार
26 नवंबर को फेज दो की इन कंपनियों का ठेका समाप्त हो रहा है। आगे इकाइयों के बंद होने के कारण कार्य को बढ़ाया नहीं गया।
बायलर मेंटेनेंस का काम इन्को टेक प्राइवेट लिमिटेड और शशि चौकसे कंपनी कर रही थी, जिसमें 70 के लगभग मजदूर काम कर रहे थे।
टरबाइन मेंटेनेंस का काम इंडोवेल कंपनी कर रही थी, जिसमें 120 के लगभग मजदूर काम कर रहे थे।
आइएमडी स्टूमेंट मेंटेनेंस डिवीजन में मिल्को प्राइवेट लिमिटेड कार्य कर रही थी, जिसमें 50 मजदूर काम कर रहे थे।
इएमडी इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस डिवीजन का काम पावर मेक कंपनी कर रही थी। इसमें भी 70 के लगभग मजदूर काम कर रहे थे। अब इन चार कंपनियों में काम कर रहे 300 के लगभग मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे।

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