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खंडवा

लगातार जीत कर शाह बन रहे मंत्री, जनता रोजगार-पानी को भी तरसीं

– विधानसभा से लगातार जीतने पर मंत्री पद पर काबिज हो रहे हैं विजय शाह

खंडवाSep 15, 2018 / 01:29 am

राहुल गंगवार

Assembly election Barwah-sanawad-2018

Assembly election Barwah-sanawad-2018

हरसूद. खंडवा जिले की हरसूद विधानसभा को भाजपा का गढ़ माना जाता है। यहां से लगातार जीत दर्ज कर विजय शाह जहां कैबिनेट में मंत्री पद का दर्जा पा रहे हैं तो वहीं क्षेत्र की जनता रोजगार और पेयजल जैसे मुद्दों पर भी सकारात्मक हल के लिए तरस गई है। हरसूद विधानसभा के उन दो बूथ क्षेत्रों का पत्रिका टीम ने जायजा लिया, जहां से विस चुनाव-2013 में भाजपा को लगभग एकतरफा वोट मिले थे। इन बूथों पर भाजपा सरताज थी लेकिन लगभग 5 साल बीत जाने के बाद भी जनता मुद्दों के हल को लेकर मोहताज है। इस विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और कुपोषण के मामले एेसे हैं, जो जिले और प्रदेश में ही नहीं बल्कि देशभर में यहां की छवि को नकारात्मक बनाते हैं। यही कारण भी रहे कि खंडवा देश के 115 पिछड़े जिलों में शामिल हुआ था। यहां के ज्यादातर वोटर आदिवासी हैं। मंत्री शाह इस सीट पर छह बार जीत दर्ज कर चुके हैं।

विधानसभा- हरसूद
बूथ नंबर- 66, सडि़यापानी पुलिस आबादी पार्ट-1
213 भाजपा को वोट मिले- 661
कांग्रेस के वोट- 192
– इस बूथ का नाम देखिए- सडि़यापानी पुलिस आबादी। लेकिन हरसूद से मात्र ५ किमी की दूरी पर जब यहां पहुंचते हैं तो पता चलता है कि यहां लोगों के पास रोजगार की कमी है और इस क्षेत्र में कई लोग शराब का व्यवसाय तक करते हैं। हालांकि जो मजदूरी और खेती करते हैं, उनके सामने सबसे बड़ी समस्या ये है कि पीने के पानी के लिए उन्हें ४ से ५ किमी तक भटकना पड़ता है। बंजारा बहुल इस गांव में रोजगार के पर्याप्त साधन नहीं हैं। सड़कें खराब हैं। चर्चा करने पर संतोष राजपूत, राधेश्याम विश्वकर्मा, रामकृष्ण राजपूत, गिरधारी पंवार बताते हैं कि दो दशक में भी पीने के पानी की समस्या हल नहीं हो पाई। भीम पंवार कहते हैं कि मूलभूत सुविधाएं तो कम से कम मिलना ही चाहिए।
बूथ क्षेत्र की स्थिति…
– 22 सौ से ज्यादा आबादी इस बूथ के अंतर्गत निवासरत।
– 664 पुरुष, 584 महिला सहित कुल 1248 मतदाता थे विस चुनाव-2013 में।
– 518 पुरुष, 435 महिला सहित कुल 953 ने मतदान में लिया था हिस्सा।
– 76.36 फीसदी मतदान हुआ था, जिसमें पुरुष 78.01 व महिला 74.49 फीसदी था।
– पेयजल की समस्या, रोजगार के साधनों का अभाव यहां की बड़ी समस्या है।

विधानसभा- हरसूद
बूथ नंबर- 175, झिरपा वन ग्राम
2013 भाजपा को वोट मिले-747
कांग्रेस के वोट- 18
– हरसूद विधानसभा के वन ग्राम झिरपा की हालात बहुत ही खराब मिलती है। वो भी तब, जबकि बीते चुनाव में कांग्रेस का यहां से सूपड़ा साफ था। भाजपा के मुकाबले अंगुलियों पर गिने जा सकने वाले वोट मिले थे। झिरपा से दिदम्दा तक का रोड बहुत ही खराब है। लोगों के लिए यहां से आवागमन नारकीय है। चुन्नीलाल पटेल, आप सिंह, घिस्या राम कहते हैं कि रोजगार का साधन नहीं है। 12 में से 8 महीने यहां से पलायन कर अन्य जगहों पर रहते हैं, सिर्फ 4 महीने ही यहां रह पाते हैं। आशाराम, शेरसिंह बड़ोले ने कहा कि यहां स्कूल तो है लेकिन जब लोग ही रोजगार के लिए पलायन कर जाते हैं तो फिर बच्चे उनके साथ जाते हैं और भविष्य यूं ही अंधकार में जा रहा है।
बूथ क्षेत्र की स्थिति…
– 15 सौ से ज्यादा आबादी है इस बूथ के अंतर्गत निवासरत आबादी की।
– 521 पुरुष, 509 महिला सहित 1030 मतदाता थे विस चुनाव-2013 में।
– 414 पुरुष, 409 महिला सहित 823 ने मतदान में हिस्सा लिया था।
– 79.90 फीसदी मतदान हुआ था, जिसमें पुरुष 79.46 व महिला 80.35 फीसदी था।
– रोजगार नहीं मिलना यहां की सबसे बड़ी समस्या है, लोग पलायन करने को मजबूर।

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