विरोध में हाईवे पर प्रदर्शन, तीन किमी लंबा लगा जाम सब इंजीनियर की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के विरोध में साथी इंजीनियर्स और परिजन जनपद पंचायत छैगांवमाखन के गेट के सामने इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर बैठ गए। चक्काजाम कर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इंजीनियर्स ने आरोप लगाते हुए कहा जिला पंचायत में काम कराने के नाम पर मानसिक शोषण किया जा रहा है। छुट्टी के दिन रविवार को भी बैठक रखी जाती है। जिस कारण इंजीनियर घर पर परिवार को भी समय नहीं दे पा रहे है। इतना ही नहीं आम दिनों में रात १० बजे तक काम कराया जा रहा है। सभी इंजीनियर परेशान है। बैठक में समय से पहुंचने के चक्कर में आज एक सब इंजीनियर की मौत हो गई। चक्काजाम के दौरान हाईवे के दोनों ओर करीब तीन किमी लंबा जाम लगा। विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही अपर कलेक्टर बीएस इवने मौके पर पहुंचे और समझाइश देकर मामला शांत कराया। अपर कलेक्टर की समझाइश के बाद इंजीनियर्स हाईवे से हटे।
एक सदस्य को नौकरी, 20 लाख सहायता राशि की मांग
विरोध प्रदर्शन के दौरान मृतक सब इंजीनियर के परिजन ने परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने और २० लाख रुपए सहायता राशि की मांग की। परिजन की मांग को देखते हुए अपर कलेक्टर ने मौके पर ही ७५ हजार रुपए सहायता राशि देने की घोषणा की। वहीं शेष मांगों पर शासन द्वारा उचित कार्रवाई कर दिलाने का आश्वासन दिया। अपर कलेक्टर के आश्वासन के बाद परिजन हाईवे से हट गए।
पीएम आवास योजना की थी समीक्षा बैठक इंजीनियर्स ने बताया शनिवार रात एसीईओ केआर कानूडे ने रविवार दोपहर १२ बजे बैठक होने की सूचना दी थी। बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना और मनरेगा के निर्माण कार्यों की समीक्षा होना थी। उन्होंने कहा अधिकारी पीएम आवास योजना में खंडवा को प्रदेश में नंबर वन बनाने के चक्कर में इंजीनियर्स से समय से ज्यादा काम करा रहे है। मृतक सब इंजीनियर जामसिंह पिछले करीब पांच सालों से बलड़ी ब्लॉक में पदस्थ थे। हालांकि घटनाक्रम के बाद बैठक को स्थगित कर दिया गया।