scriptएम कॉम की छात्रा बनेंगी जैन साध्वी | Jain Sadhvi will become a student of M Com | Patrika News

एम कॉम की छात्रा बनेंगी जैन साध्वी

locationखंडवाPublished: Jan 20, 2020 12:25:15 pm

तीन साल पहले मन में आया संसार से वैराग्य का ख्याल-सावलीखेड़ा की प्रियंका भंडारी जलगांव में कानमुनि महाराज से लेगीं दीक्षा-शोभायात्रा निकालकर दीक्षार्थी का किया बहुमान

एम कॉम की छात्रा बनेंगी जैन साध्वी

तीन साल पहले मन में आया संसार से वैराग्य का ख्याल-सावलीखेड़ा की प्रियंका भंडारी जलगांव में कानमुनि महाराज से लेगीं दीक्षा-शोभायात्रा निकालकर दीक्षार्थी का किया बहुमान

खंडवा. खालवा के सावलीखेड़ा निवासी अनिल भंडारी की पुत्री प्रियंका भंडारी सांसारिक जीवन को छोड़कर वैराग्य जीवन में प्रवेश करने वाली हैं। तीन साल पहले प्रियंका के मन में मुझको तारो तारणहार, नैया डूबी है पतवार… जैन भजन सुनकर दीक्षा का ख्याल आया था। प्रियंका 12 फरवरी को जलगांव के स्वाध्याय भवन में कान मुनि महाराज, पंकज मुनि महाराज के सानिध्य में दीक्षा लेगीं। इसके बाद वे सांसकारिक रिश्तों से दूर हो जाएगीं। रविवार को दीक्षार्थी का छनेरा में बहुमान किया गया।
सावलीखेड़ा के अनाज व्यापारी अनिल भंडारी, गृहणी प्रेमलता भंडारी की 29 वर्षीय पुत्री प्रियंका ने कक्षा 12वीं तक खालवा और खंडवा के एसएन कॉलेज से एम कॉम की शिक्षा प्राप्त की। करीब 10 साल से संयम का जीवन जी रही प्रियंका के मन में तीन साल पहले हरसूद में कान मुनि महाराज के चौमासा के दौरान प्रवचन सुनने का सौभाग्य मिला था। तभी उन्होंने दीक्षा लेने का मन बना लिया। परिवार में इसकी जानकारी हुई तो पहले जरूर माता-पिता, चाचा सुनील भंडारी, चाची रूपल भंडारी को धक्का लगा, लेकिन बेटी के वैराग्य को उन्होंने स्वीकार कर लिया। दीक्षार्थी की चाची रूपल भंडारी ने बताया कि प्रियंका को थुकड़े, उत्तराध्ययन, देशोकालिक सहित अन्य सूत्र याद है।
शोभायात्रा निकाली
रविवार को दाना बाबा मंदिर से शोभा यात्रा निकालकर स्थानक भवन में दीक्षार्थी व माता-पिता का बहुमान किया गया। शोभा यात्रा में रास्ते भर संयम जीवन सार जीवन की पुकार, महावीर स्वामी का क्या संदेश जियो और जीने दो, सत्य अहिंसा प्यारा है यही हमारा नारा है आदि नारे गूंजायमान रहे। समाज के संतोष जैन ने बताया कि 29 वर्षीय दीक्षार्थी 10 वर्ष से संयम की राह पर चल रहीं हैं। जैन स्थानक भवन में सामाजिक बंधुओं को संबोधित करते हुए संतोष जैन ने कहा कि मोह रूपी अंधकार नष्ट हो जाने पर सम्यक ज्ञान व सम्यक दर्शन की प्राप्ति होती है। हम अपनी मुमुक्षु बहन जो घर परिवार, संसार का त्याग करके दीक्षा ले रही है उनका बहुमान कर हम अपने आपको गौरवांवित, भाग्यशाली महसूस कर रहे है। जैन ने दीक्षार्थी से कहा कि आपके जिन शासन के प्रति समर्पण को हम बयां नहीं कर सकते। बहुमान कार्यक्रम को मंगला बनवट, निशा बनवट, रश्मि कटारिया, मेघा सांड आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन राजेंद्र बनवट ने किया। इस मौके पर हरसूद, छनेरा, आशापुर एवं खालवा के जैन बंधु मौजूद थे।
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