हादसे में डूबकर मरने वाले बच्चों का नामस शहनावाज, मोईन और उबेद है। हादसे के वक्त उबेद का छोटा भाई जरार भी मौके पर मौजूद था। उबेद तालाब में नहाने के लिए अपने कपड़े अपने भाई को दे गया था और उसे तालाब के किनारे बैठाकर गया था। जरार अपने बड़े भाई को तालाब में डूबते हुए देखता रहा लेकिन बचा नहीं सका।
वहीं, मृतक मोईन के पिता जाकिर ने बताया कि बेटा घर में पढ़ाई कर रहा है और फिर थोड़ी देर बाद बोला की पापा आज छुट्टी है मैं थोड़ी देर खेल कर आता हूं। जिसके बाद वो तालाब पहुंच गया और नहाते वक्त हुए हादसे में उसकी मौत हो गई। वहीं, प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद कासिम ने बताया दोस्तों के साथ शकर तालाब के किनारे पर बैठा था। चार से पांच बच्चे पानी में नहा रहे थे। इसी दौरान दोस्त की नजर पड़ी तो देखा बच्चे डूब रहे थे। दोस्तों को तैरना नहीं आता था तो मैं अकेला ही पानी में कूदा और उन्हें बचाने के लिए पहुंचा। जैसे-तैसे कर दो बालकों को लाकर ढीले पर खड़ा किया। लेकिन उन्होंने उल्टा हाथ मारा और दोबारा पानी में चले गए। मैं दोबारा बचाने गया तो वह मेरे ऊपर झूम गए। उनके कारण मैं भी डूबने लगा। दम फूलने लगा तो मैं बाहर आ गया। इसके बाद पता नहीं क्या हुआ।