ये दुकानें जहां लगी रही है भीड़
यूं तो शहर में चाय की जगह-जगह दुकानें और ठेले मिल जाएंगे, लेकिन कुछ ऐसी दुकानें भी है जिन पर सुबह से शाम तक चाय के शौकिनों की भीड़ लगी रहती है। स्टेशन स्थित एक चाय दुकान संचालक ने बताया, चाय के लिए स्पेशल पत्ती का उपयोग करते हैं। स्पेशल पत्ती से चाय का रंग और स्वाद अलग रहता है। इसलिए लोग यहां चाय पीने आते हैं। इसके अलावा शहर के यादव टी स्टॅाल, गोमा टी स्टॅाल, गिदवानी मार्केट स्थित टी स्टॅाल, गोकु ल स्टॉल पर सुबह से देररात तक चाय पीने वालों की भीड़ लगी रहती है। अलसुबह से देररात तक चाय की इन दुकानों की भट्टी पर चाय उबाल मारती रहती है।
बॉम्बे बाजार पर स्थित चाय दुकान पर चाय पी रहे फरहान ने बताया, दिनभर काम करने के बाद दोस्तों से बात करने का समय ही नहीं मिलता है, इसलिए रोज रात को चाय की दुकान पर एक साथ बैठकर बात करते हैं। चाय हमारे सिर्फ मिलने का एक माध्यम है। ७० वर्षीय बुजुर्ग ने बताया, सुबह उठते ही एक कडक़ गरमागरम चाय की प्याली मिल जाए तो तरोताजगी आ जाती है। पिछले ३० साल से स्टेशन स्थित दुकान पर अपने दोस्तों के साथ चाय पीने आ रहे है। यहां दोस्तों के साथ सुख-दुख की बातों के साथ शहर और देश-विदेश के मुद्दों पर चर्चा हो जाती है।
300 किलो चायपत्ती बिकती हैं प्रतिदिन
9000 किलो प्रतिमाह लगती है चायपत्ती
108 टन चायपत्ती सालाना
01 चाय में 2 ग्राम पत्ती लगती है
शहर में प्रतिदिन लगभग 1,50000 लोग पीते हैं चाय
नवीन शंकरलाल कोठवानी, गोकुल टी स्टॉल संचालक
कृष्णदास पटेल, व्यापारी चायपत्ती