भारी पुलिस बल के साथ आरोपियों को देखने पूरे रास्ते में लोग जमा हुए। इस दौरान बस स्टैंड से टैगोर पार्क तक कई स्थानों पर जाम की स्थिति बनी। लोगों ने जैसे ही आरोपियों को देखा तो बोले यही हैं हत्या करने वाले। ऐसे लोगों के साथ ऐसा ही होना चाहिए। कोर्ट भी आरोपियों को जल्द सजा सुनाए। इधर, पूरे रास्ते आरोपी राहुल मेहरा रोता रहा। पुलिस ने सबक सिखाया तो कोई सड़क पर बैठ गया तो कोई चिल्लाने लगा।
पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। कोर्ट ने मुख्य आरोपी पवन केसनिया, राहुल मेहरा और चाकू छिपाने वाला आरोपी मोनू रायकवार को जेल भेजा है। वहीं आरोपी अज्जू उर्फ तरुण जायसवाल निवासी बाहेती कॉलोनी को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी अज्जू से वारदात में उपयोग हुआ दूसरा चाकू बरामद करेगी।
वारदात के बाद ही पुलिस ने आरोपियों की धरपकड़ शुरू कर दी। रात करीब 12 बजे तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ में आरोपी अज्जू ने बताया नाचने के दौरान धक्का लगने की बात पर विवाद हुआ था। मारपीट की नौबत बनी। इसी बात को लेकर घंटाघर चौक पर भी विवाद हुआ। विवाद में पवन ने मृतक मनीष को चाकू मारे थे। वहीं गौरव और विकास पर आरोपी अज्जू ने चाकू से हमला किया था। वारदात के बाद आरोपी ने चाकू छिपा दिया है। आरोपी पवन ने कहा यदि मैं नहीं मारता तो वो मुझे मार देते। इसलिए उसे मार दिया।
मैं देखने आई हूं मेरे बेटे का खून किसने बहाया
आरोपियों को पुलिस कोर्ट लेकर पहुंची तो आरोपियों और फरियादियों के परिजन न्यायालय परिसर में पहुंच गए। इस दौरान घायल गौरव पाठक की मां न्यायालय के पास पहुंची और आरोपी से बोली मेरे बेटे ने क्या बिगाड़ा था तुम्हारा। उसे चाकू क्यों मारा। मैं यही देखने आई थी कि मेरे बेटे का खून किसने बहाया। मां बोली बेटे गौरव के पिता की मौत होने के बाद बहुत मेहनत करके उसे पाला है और यह मेरे बेटे को मारना चाहते थे।
इधर, हत्या की वारदात में शामिल भाजपा युवा मोर्चा नगर उपाध्यक्ष आरोपी बादल शर्मा फरार है। वारदात के बाद से ही पुलिस उसकी तलाश कर रही है। घर सहित परिचितों के घर पर दबिश दी। लेकिन आरोपी हाथ नहीं लगा। अब पुलिस साइबर टीम और मुखबिर की मदद से आरोपी की लोकेशन ट्रेस कर रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि आरोपी शहर से बाहर चला गया है।
इधर, दोपहर करीब 2.30 बजे पुलिस आरोपियों को जिला अस्पताल एमएलसी कराने के लिए लेकर पहुंची। मामले की खबर मिलते ही अस्पताल में भर्ती घायल व उनके परिचित नीचे आ गए। यहां फरियादी और आरोपियों का आमना-सामना हुआ। स्थिति देख पुलिस ने फरियादियों को वापस वार्ड में जाने का कहा। वहीं आरोपियों को डॉक्टर के कैबिन में लेकर पहुंचे। एमएलसी होने के बाद आइसीयू वार्ड के पास चैनल गेट से आरोपियों को बाहर लाया गया।
बुधवार शाम करीब 4.50 बजे घंटाघर से दुर्गा विसर्जन जुलूस निकल रहा था। इसी दौरान युवकों के बीच नाचने की बात को लेकर विवाद हुआ। विवाद में आरोपी पवन ने मृतक मनीष कनाड़े की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। वहीं गौरव पाठक और विकास जायसवाल चाकू लगने से घायल हुए थे। जिनका उपचार जिला अस्पताल में चला रहा है। दोनों खतरे से बाहर है। कार्रवाई के दौरान सीएसपी ललित गठरे, एसआई चंद्रशेखर काड़े, प्रधानारक्षक हिफाजल अली, आरक्षक, अमर यादव, आकाश बामने, सुनील सेंगर, अनिल बछाने आदि मौजूद थे।
वारदात में शामिल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। एक आरोपी को रिमांड पर लिया। तीन को जेल भेजा गया। फरार आरोपी बादल की तलाश की जा रही है। जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
वर्जन…
संगठन से बात कर घटनाक्रम की जानकारी दी है। बादल को संगठन से हटाने की कवायद शुरू हो गई है। जल्द ही हटा दिया जाएगा। रीतेश कपूर, नगराध्यक्ष, भाजपा युवा मोर्चा