वरिष्ठजनों के मतानुसार खंडवा में पांच दशक पूर्व अकाल एवं सूखा पडऩे पर नागचुन तालाब पर जलदेवी की स्थापना की गई थी। इसमें वनिता विश्व भवन व महिला संगठनों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मन्दिर में अच्छी वर्षा के लिए प्रार्थना की जाती है। वहीं इस वर्ष सामान्य से अधिक वर्षा होने से जलदेवी से वर्षा रोकने व आने वाले वर्ष में अच्छी वर्षा की प्रार्थना की गई।
लगातार बारिश होने के कारण शहर का नागचून तालाब पानी से लबालब भर गया है। तालाब का थमा हुआ पानी शहर के लोगों को आकर्षित कर रहा है। जिसे देखने के लिए अधिक संख्या में शहर के लोग पहुंच रहे हैं। बहुत दिनों को बाद शहर के लोगों कों ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है। रोज की तरह इनदिनों नागचून में आने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिले की जमीन पानी से लबालब हो गई है। भरपूर बारिश के कारण कई जगहों पर तो धरती के अंदर से पानी छलक रहा है। हाल ये है कि कई जगह तो ढाई फीट नीचे ही पानी मिल रहा है। भूजलस्तर की निगरानी करने वाले भूजल सर्वेक्षण विभाग के आंकड़े भी इस तथ्य की तस्दीक कर रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार इस बार लगातार हुई बारिश के कारण भूजल स्तर में जबर्दस्त वृद्धि दर्ज की गई है। इस बार जिले में अभी तक 1150 मिमी बारिश हो चुकी है, जबकि औसत बारिश 808 मिमी है। इससे भूजल स्तर में 50 फीसदी तक की वृद्धि हो गई है। यह करीब 42 फीसदी ज्यादा है।