पहिये घिसटने से क्षतिग्रस्त हुए स्लीपर
मजदूरों ने बताया, मालगाड़ी भीमकुंड लाइन पर जा रही थी। अचानक धड़ाम की आवाज आई। तुरंत दौड़कर देखा तो मालगाड़ी पटरी से उतरी थी। इस दौरान बोगियों के पहिये ट्रैक पर घिसटने के कारण कुछ स्लीपर क्षतिग्रस्त हुए है।
रेल अधिकारियों के अनुसार मालगोदाम खाली होने जा रही मालगाड़ी की बोगियां पटरी से उतरी है। बोगियों को पटरी पर लाने और ट्रैक को दुरुस्त कराने का कार्य चल रहा है। डिरेल होने के कारणों की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया, अनाज से भरी मालगाड़ी मालगोदाम पर खाली होने जा रही थी। तभी पटरी से बोगियां उतरी हैं। सूचना पर मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली है। मशीनें बुलवाकर ट्रैक दुरुस्त कराने का काम शुरू कराया है। गाड़ी डिरेल होने का कारण अब तक सामने नहीं आया है। जांच कर रहे है।
पेकिंग कम होने से हुआ था रविवार को ड्रिलमेंट
घासपुरा स्थित मालगोदाम यार्ड में मालगाड़ी डिरेल होने के मामले की जांच कमेटी ने पूरी कर ली है। जांच में ड्रिलमेंट का कारण ट्रैक की पेकिंग कम होना सामने आया है। साथ ही लोडिंग, अनलोडिंग के समय लापरवाही बरतना और ट्रैक की देखरेख में लापरवाही पाई गई है। जांच कमेटी ने ड्रिलमेंट मामले में कॉमर्शियल और इंजीनियरिंग विभाग को जिम्मेदार ठहराया गया है। दोनों विभाग की लापरवाही के कारण घटना हुई थी। मामले की जांच रिपोर्ट कमेटी ने भुसावल मंडल डीआरएम आरके यादव को भेज दी है। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीआरएम जिम्मेदारों पर कार्रवाई कर सकते हैं। इधर, ड्रिलमेंट में क्षतिग्रस्त हुए ट्रैक का मरम्मत कार्य पूरा कर लिया गया है। करीब 100 मीटर ट्रैक का मेंटेनेंस किया गया है। साथ ही पटरियां बदली है। वहीं घटना में टूटे स्लीपर भी बदले गए हैं।