बेटियां पैदा करने की दी जा रही थी सजा !
मृतका संतोषबाई के भाई ने आरोप लगाते हुए बताया है कि संतोष के गांववालों ने जो बातें उन्हें बताई हैं उन्हें सुनकर उनका दिल दहल गया है। संतोष को बेटियां पैदा करने के कारण ससुरालवाले प्रताड़ित कर रहे थे। भरापूरा परिवार होने के बावजूद संतोष और उसकी बेटियों को खाना नहीं देते थे। बीते 8 दिनों से संतोष आंगनबाड़ी से दलिया मांगकर मासूम बच्चियों का पेट भर रही थी। गांववालों ने भी कई बार उनकी खाने-पीने की सहायता की थी लेकिन मासूम बेटियों की भूख प्यास को संतोष सहन नहीं कर पाई और उसने बेटियों के साथ कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस से मांग करते हुए संतोषबाई के भाई ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
दो मासूम बेटियों के साथ कुएं में कूदकर की थी आत्महत्या
बता दें कि दो दिन पहले टाकलीकलां गांव में खेत पर बने एक कुएं से मां संतोषबाई और उसकी 13 साल की मासूम बेटी निकिता और 3 साल की मासूम बेटी बिंदु की लाश मिली थी। महिला संतोषीबाई गुरुवार को बेटियों को साथ लेकर अचानक कहीं चली गई थी। रात तक जब वो घर नहीं लौटी तो परिजन ने उसकी तलाश शुरु की लेकिन वो कहीं नहीं मिली। शुक्रवार को भी दिनभर परिजन और ग्रामीण महिला संतोषबाई और बच्चियों की तलाश करते रहे और इसी दौरान शाम करीब 5.30 बजे गांव के ही पास के खेत में महिला और बच्चियों की लाश नजर आई। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से तीनों के शवों को कुएं से बाहर निकाला था।