मां गांव से 5 किलोमीटर दूर ग्राम पोखर कला में किसान के खेत में मजदूरी करने गई थी। पिता मजदूरी पर गेहूं की फसल को पानी देने खेत में गया था। दोपहर में बालक मौसी मौसा के घर खेल रहा था, तभी बालक के पैर सांप ने डस लिया। घटना की जानकारी लोगों ने बालक के माता-पिता को दी। पिता और बालक के मामा गजानंद बालक को जिला चिकित्सालय ले गए, लेकिन बालक की मृत्यु हो गई। माता पिता के जिगर के टुकड़े की असमय मौत से मां-बाप का रो -रोकर बुरा हाल हो रहा है। वहीं बहनें भी सदमे में हंै।
घटनास्थल घर के पड़ोस में एक पुराना बंद जर्जर मकान है, उसके आसपास के घरों में चूहों के द्वारा बनाए गए बिल हैं। संभवत उसी घर में से सांप शिकार की तलाश में निकला होगा और घर के सामने मुख्य द्वार के पास एक छोटा सा छेद बना हुआ है, वहीं से बालक के अंगूठे में सांप ने डस लिया। घटना के बाद शासकीय सहायता के लिए ग्राम पटवारी समीर श्रीवास्तव ने परिवार से संबंधित जानकारी एकत्रित की।
रो-रोकर बुरा हाल
भाई की सर्पदंश से मौत हो जाने पर बहनों और मां का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं पिता के भी आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। चारों बहने बार-बार यह कहकर रोती जा रही थीं कि अब राखी किसे बांधेगी। वहीं मां भी बेटे को याद करके बार-बार बेसुध हो जा रही थी। आसपास के लोगों ने मृत बालक के माता-पिता को ढांढस बंधाते नजर आए।