इस घटना में शामिल तीन संदिग्धों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो पीडि़त परिवार के संपर्क में थे। परिवार उन्हें जानता-पहचाता है। इसलिए जब चारों बच्चों को रावेर छोड़कर माता-पिता और बड़ा भाई निजी कार्य से अपने गृहग्राम गढ़ी बिस्टान आए तो बच्चों के पिता ने ही उन्हें घर की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी थी। जहां रात्रि में बदमाशों ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया। तीनों संदिग्ध भी नाबालिग बताए जा रहे हैं। रविवार को नासिक के विशेष पुलिस महानिरीक्षक डॉ. प्रतापराव दिघावकर, एएसपी कुमार चिंता व अन्य पुलिस अधिकारियों ने प्रेसवार्ता लेकर घटना से जुड़ी जानकारी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मेडिकल जांच में नाबालिग मृतका के साथ रेप की पुष्टि हुई है। हालांकि पुलिस ने यह स्पष्ट नहीं किया मृतका से एक ही आरोपी ने बलात्कार किया है अथवा सामूहिक ज्यादती की शिकार हुई। पुलिस की इंटलीजेंस टीमें अलग-अलग बिंदुओं पर काम कर रही है।
इधर, घटना से पीडि़त परिवार सहित आदिवासी समाज में भी आक्रोश है। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा रावेर थाने पर पीडि़त परिवार के लोगों से लंबे दौर की चर्चा कर बयान दर्ज किए गए। परिजनों ने बताया कि दोपहर 12 बजे से शाम 7 बजे तक थाने बयान लिए गए। इसमें मृतक बच्चों के माता-पिता के अलावा 18 साल के भाई, काका के बयान हुए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
नाबालिग से बलात्कार के बाद जागने पर अन्य भाई-बहन को मौत के घाट उतारा
रावेर में बोरखेड़ी रोड पर एक खेत में पीडि़त परिवार रहता था। यहां 15 अक्टूबर को चारों बच्चों को छोड़कर पिता, मां और बड़ा लड़का बिस्टान आ गए थे। जहां रात्रि में बदमाश खिड़की तोड़कर अंदर घुसे। और 14 वर्षीय नाबालिग से जबर्दस्ती की। इसी दौरान नींद खुलने से 12 और 10 साल के भाई और 6 साल की बहन भी जाग गए। तीनों रोने लगे। जहां पकड़े जाने के डर से बदमाशों ने कुल्हाड़ी से तीनों की बेरहमी के साथ हत्या कर दी।