सुबह १० बजे तक यहां इक्का दुक्का वाहन चालक ही नजर आए। लेकिन ११ बजे तक फलों के ठेले लगना शुरू हो गए। कुछ किराणा दुकानें भी खुली। कुछ देर इंतजार के बाद ग्राहकों की आमद हुई। किराणा दुकान पर खरीदारी करने आई सेवंती बाई को दुकानदार ने सबसे पहले हाथ से सेनेटाइजर छिड़का। महिला ने भी झट से हाथ बढ़ाए और आचमन की भांति सेनेटाइजर हथेली पर लेकर उससे हाथ साफ किए।
एजी रोड से लेकर पोस्ट ऑफिस चौराहा भी ५५ दिनों बाद कुछ हद तक गुलजार सा दिखा। पैदल चलने वालों के बीच दो गज की दूरी दिखी। यहां भी मेडिकल सहित किराणा दुकाने खोली गई। दुकानदार आशीष महाजन ने बताया काउंटर पर रस्सी बांधी, ताकि ग्राहक सीधे अंदर न आए। ग्राहकों ने भी जागरूकता दिखाई। सामान की लिस्ट काउंटर पर रखी और थैली थी दूर से आगे कर दी।
बावड़ी बस स्टैंड पर भी चहम कदमी नजर आई। यहां भी शर्तों का ध्यान रखते हुए दुकानों के बाहर एक-एक मीटर की दूरी पर गोले बनाए गए ताकि ग्राहक वहां खड़े हो सके। सब्जी खरीदने आए मांगरूल रोड निवासी कृष्णलाल यादव ने बताया २२ मार्च के बाद अब बावड़ी बस स्टैंड तक आए हैं। इसके पहले घरों के बाहर जो सब्जी वाले आते थे उन्हीं से खरीदारी करते थे।
एक ओर जहां अधिकांश लोग नियमों का पालन करते नजर आए वहीं अपवाद स्वरूप कुछ जगह नियम भी टूटे। छूट का फायदा उठाते हुए बेवजह लोग घूमते भी नजर आए। जवाहर मार्ग पर थोक बाजार होने से यहां भीड़ अधिक रही। सोशल डिस्टेसिंग तार-तार हो रही है। कुछ दुकानदार ऐसे भी हैं जो न तो ग्राहकों को सेनेटाइजर दे रहे हैं और न ही सोशल डिस्टेसिंग के लिए दबाव बना रहे हैं।