सनावद रोड : बस स्टैंड से लेकर जैतापुर तक की सड़क बदहाल है। सबसे ज्यादा परेशानी गायत्री मंदिर तिराहे से जिला अस्पताल तक है। यहां राहगीरों को धूल के कारण दम घुटने लगा है।
एमजी रोड : बस स्टैंड से सराफा बाजार व बिरला मार्ग की ओर जाने वाला यह मुख्य मार्ग है। इस मार्ग पर तहसील कार्यालय, थाना, सीएमएचओ कार्यालय भी है, लेकिन यहां भी धूल पसरी है।
ओरंगपुरा मार्ग : नवग्रह मंदिर तिराहे से दामखेड़ा रोड व ओंढल नदी पर बने पुल तक मार्ग जर्जर है। कदम-कदम पर गड्ढे हैं और धूल के गुबारों ने यहां भी राहगीरों का जीना-दूभर कर दिया है।
भोकले कॉलोनी निवासी प्रकाश मोरे, रितेश गुप्ता, माधव प्रजापति ने बताया घर से निकलते समय चकाचक होकर जाते हैं, कामकाज निपटाने के बाद जब घर आते हैं तो फिर नहाना पड़ता है। सब्जी व्यापारी रामलाल वर्मा ने कहा- मंडी से माल खरीदकर कॉलोनियों तक पहुंचने-पहुंचते सब्जियों पर धूल की परत जम जाती है। ग्राहक लेने से कतराते हैं।
सड़क की धूल से रेस्टारेंट व होटल व्यवसायी भी परेशान हैं। धूल के कण सीधे खाद्य सामग्री पर जम जाते हैं। इससे लोगों ने इस क्षेत्र की दुकानों पर आना ही कम कर दिया है। सड़क किनारे लगे पेड़-पौधों पर धूल इतनी जम गई है कि उनका रंग ही बदल गया है। पत्तियां भूरी नजर आने लगी हैं।
शहर में जेएमसी व पीसी स्नेहल कंपनियां लाइन डालने का काम कर रही है। सड़क बनाने की जिम्मेदारी भी उन्हीं की है। चंूकि अभी काम प्रगति पर है। धूल की समस्या को दूर करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के लिए पानी का छिड़काव दोनों समय किया जा रहा है।
-प्रकाश चित्ते, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर पालिका खरगोन