भजनों से किया मंत्रमुग्ध
श्रीकृष्ण-सुदामा मिलन का वृतांत सुनकर पंडाल में बैठे श्रोताओंं के आंखों से अश्रुधारा निकल पड़ी। वहीं वृतांत के बीच भजन गायकों ने संगीतमयी ढंग से सुनो द्वारपालों कन्हैया से कह दो… दर पे तुम्हारे सुदामा आया है आदि भजनों की प्रस्तुती से मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर श्रीकृष्ण-सुदामा की सजीव झांकी सजा गई। कथा समापन पर भंडारे का आयोजन हुआ। कल्याण गीते, निर्मल दुबे, मुकेश सोनी, विपुल कैसरे, दीपक कुंडल, अजय रावत जगदीश सोनी, मधुसूदन कोठारी, बीके चौबे, अजित गीते शंकर भाई आदि मौजूद थे।
श्रीकृष्ण-सुदामा मिलन का वृतांत सुनकर पंडाल में बैठे श्रोताओंं के आंखों से अश्रुधारा निकल पड़ी। वहीं वृतांत के बीच भजन गायकों ने संगीतमयी ढंग से सुनो द्वारपालों कन्हैया से कह दो… दर पे तुम्हारे सुदामा आया है आदि भजनों की प्रस्तुती से मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर श्रीकृष्ण-सुदामा की सजीव झांकी सजा गई। कथा समापन पर भंडारे का आयोजन हुआ। कल्याण गीते, निर्मल दुबे, मुकेश सोनी, विपुल कैसरे, दीपक कुंडल, अजय रावत जगदीश सोनी, मधुसूदन कोठारी, बीके चौबे, अजित गीते शंकर भाई आदि मौजूद थे।