काउंसलिंग में सामने आया कि बड़ परिवार के बच्चों को मजदूरी में मजदूरी करनी पड़ रही है। एक परिवार में आठ से 10 लोग हैं, ऐसे में परिवार का मुखिया सभी का भरण पोषण कराने में सक्षम नहीं है।
पुलिस ने चाइल्ड लाइन के सहयोग से 117 बच्चों को ठेकेदारों से छुड़वाया है। 13 बालिग भी शामिल थे। इस मामले में श्रम विभाग का अहम रोल है, यदि वे एफआइआर कराए तो पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी।
– सुनील कुमार पांडेय, एसपी खरगोन