इसलिए चुना पाडल्या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शक्ति रावत और जितेंद्र रावत ने बताया की हमें पता चला था कि पाड्ल्या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कुशलता से प्रसव कराया जाता है। एक बार हम नार्मल चेकअप कराने पाड्ल्या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो पहली डिलेवरी होने के चलते थोड़ी घबराहट भी थी। चेकअप के बाद हमें भरोसा दिलाया कि नार्मल डिलेवरी हो सकती है। चिंता मत करिए। जज दंपति ने अस्पताल में भर्ती दो प्रसुताओं और परिजनों से चर्चा की और पूरी तरह से संतुष्ट होने के उपरांत पाड्ल्या में ही प्रसव कराने के फैसला लिया।
मां बोली खुशियां हुई दोगुनी शक्ति रावत के बच्ची को जन्म देने के बाद पति से हर्ष जताते हुए कहा बेटी आई है खुशहाली लाई है। वही परिवार में पहली बेटी को जन्म होने पर सभी से दुलार मिला। वही शक्ति रावत का जैसा नाम है वैसा ही काम भी है। गर्भावस्था में आठ महीने मेहनत और लगन से स्वयं कार चलाकर देवास में कार्य भी किया अंत में आजादी का अमृत महोत्सव के तहत राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण का कार्य भी बखूबी से निभाया। 25 नवंबर को प्रसव के लिए छुट्टी ली। स्टाफ नर्स ने बसंती नरगिस बताया कि सोनोग्राफी जांच के उपरांत महिला जज की नार्मल डिलेवरी कराई गई। मेडिकल ऑफिसर डॉ. जोया खान ने बताया कि मेडम का प्रसव हम सबके प्रति विश्वास था। स्टाफ नर्सो की मेहनत रंग लाई।