अभी परिवारों में रुटिन के कार्यों के अलावा पानी का उपयोग हाथ धुलाई में हो रहा है। बार-बार साबुन से हाथ धोने की वजह से पानी का खर्च प्रति व्यक्ति आठ से दस लीटर अतिरिक्त हो रहा है, इसके चलते यह खपत बढ़ी है।
शहर के सेनेटाइजेशन में भी पानी का उपयोग किया जा रहा है। फायर फायटर की मदद से शहर के प्रमुख चौराहों, सार्वजनिक स्थलों को पानी में लिक्विड मिलाकर छिड़का जा रहा है व सड़कों की धुलाई हो रही है।
नपा के जल प्रभारी सरजू सांगले ने बताया कुंदा बैराज के अलावा शहर में ४० से अधिक ट्यूबवेल है। पानी सप्लाय चार प्रमुख टंकियोंं से किया जा रहा है। इनके पास पास भी कोई गंदगी न हो इसके लिए यहां भी नियमित सेनेटाइजेशन किया जा रहा है।
-1.15 लाख से अधिक आबादी
-17500 नल कनेक्शन
-40 से अधिक ट्यूबवेल
-4 प्रमुख पानी की टंकियां
-45 से 55 मिनट रोजाना पानी सप्लाय
-145 लीटर पानी प्रति व्यक्ति खपत
-20 लाख गैलन पानी का सप्लाय सामान्य दिनों में