52 प्रतिशत से भी ज्यादा अपात्र योजना में भीकनगांव ब्लॉक में 65 पंचायतों से 340 आवेदन आए थे। अधिक आवेदन होने व शिकायतें मिलने पर एसडीएम शिराली जैन ने एक पटवारी की टीम बनाई तथा 340 आवेदनकर्ताओं के घर-घर जाकर सही जानकारी बनाने के लिए कहा गया। जब राजस्व निरीक्षक आवेदनकर्ताओं के यहां गए तो हकीकत कुछ और ही निकली। किसी की 3 माह तो किसी 6 माह पूर्व शादी हो चुकी थी। ऐसे लोगों ने भी दोबारा शादी के लिए आवेदन दिए। वरिष्ठ अधिकारियों तक बात पहुंची तो सभी अपात्र लोों के आवेदन निरस्त किए गए।
सचिव व जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत सरकारी खर्च से हो रहे सामूहिक विवाह आयोजन में लगातार गड़बड़ी के मामले सामने आ रहे है। इसी चक्कर में बेडिय़ा में विवाह कार्यक्रम निरस्त करना पड़ा था। अपात्रों के आवेदन में पंचायत सचिव और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत भी भारी पड़ रही है। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के फॉर्म के परिशिष्ट क्रमांक 03 में एक जांच समिति का का कॉलम था। जिसमें उस पंचायत के सरपंच, सचिव, सहायक सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहित अन्य लोगों की हस्ताक्षर के आधार पर फॉर्म जमा किए जा रहे थे। जिसमे प्रमुख रूप से सरंपच व सचिव के हस्ताक्षर होना अनिवार्य था परंतु हर फॉर्म में इन लोगों के हस्ताक्षर थे उसके उपराक्त 279 आवेदन निरस्त हो गए।
कई पंचायतें ऐसी, जहां सभी जोड़े अपात्र ब्लाक में 65 पंचायते हैं जिसमें लगभग हर पंचायत में अपात्रों की संख्या है। परंतु ऐसी भी पंचायते है जिसमें शत-प्रतिशत अपात्र मिले हैं। जिसमें प्रमुख रूप से ग्राम पंचायत बमनाला में 13, एकतासा में 08, नूरियाखेड़ी 7, अजनगांव 05, छिर्वा 11, दौड़वां 07, सुंद्रेल 05, पथरवाड़ा 13 व काझर में 20 में से 01 पात्र व पोखर खुर्द में 12 में से 01 पात्र पाया गया है।
कारण बताओ नोटिस
पंचायत वार आए आवेदकों के जांच के आदेश दिए थे। जिसमें कई अपात्र निकले है। फार्म पर जिन सचिव सहित कर्मचारी के हस्ताक्षर थे, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी करेंगे। शिराली जैन, एसडीएम भीकनगांव