निकिता की प्रारंभिक पढ़ाई शहर के उत्कृट विद्यालय में हुई। इसके बाद उसने इंदौर के जीएसआईटीएस कॉलेज से बायो मेकेनिकल में इंजीनिरिंग की। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही उसका चयन प्राइवेट कंपनी द्वारा किया गया। जिसके द्वारा लाखों के पैकेज पर विदेश में नौकरी का ऑफर मिला, लेकिन निकिता ने इस ऑफर को छोड़ दिया और पीएससी की तैयारी में जुट गई। बकौल, निकिता ढाई साल की मेहनत में परीक्षा पास कर ली। निकिता ने अपने संदेश में कहा कि पढ़ाई के दौरान लक्ष्य तय उसे हासिल करने की जिद हर विद्यार्थी में होना चाहिए। जिससे मुश्किल से मुश्किल समय मेंं भी आप सफल होंगे।
निकिता ने बताया कि पिता के जाने के बाद उसकी परवरिश मां ने की। मम्मी और दो भाइयों ने सपोर्ट किया। जिससे वह आज यहां तक पहुंची हैं। निकिता के दो बड़े भाई राहुल मंडलोई कृषि विभाग और अंकित शासकीय टीचर हैं।
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खरगोन। अपनी मां के साथ निकिता मंडलोई।