नोटबंदी: सराफा कारोबार को सबसे बड़ा झटका
वाहन, इलेक्ट्रॉनिक व सराफा कारोबार ठप, आकर्षक योजनों के प्रलोभन भी नहीं आ रहे काम
Even after 50 days of silence Notbandi bullion mar
खरगोन. नोटबंदी की घोषणा के 50 दिन पूरे हो रहे हैं। इस दौरान शहर के व्यापार व्यवसाय लगभग चौपट हो गया है। व्यापारियों के अनुसार वैश्विक आर्थिक मंदी के दौर में भी कारोबार पर इतना विपरीत असर नहीं पड़ा था, जितना नोटबंदी के बाद इन 50 दिनों में हुआ है। शहर में वाहन व्यवसाय के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स व सराफा कारोबार ठप होने की कगार पर है। इन तीनों व्यापार में अभी तक 64 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार प्रभावित हो चुका है। कारोबारी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए तरह-तरह के प्रलोभन दे रहे हैं, लेकिन इसका व्यापार पर असर नजर नहीं आ रहा है।
इलेक्ट्रॉनिक्स
शहर में इलेक्ट्रॉनिक्स आयटम के दस बड़े शो-रूम है, जहां सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक्स आयटम बिकते हैं। इसी प्रकार 50 छोटी-बड़ी दुकाने हैं। शादी का सीजन होने से इस समय में इलेक्ट्रॉनिक्स आयटम बड़ी संख्या में खरीदे जाते हैं। 50 दिन में लगभग चार करोड़ का कारोबार प्रभावित हो चुका है। इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबारी मनीष जायसवाल ने बताया कि देव-प्रबोधिनी एकादशी से जमकर ग्राहकी चलती है, जोकि जुलाई तक जारी रहती है। इस बार नवंबर से ही ग्राहकों ने शो-रूम व दुकानों से दूरी बना रखी है।
सराफा व्यवसाय
नोटबंदी का सबसे बड़ा झटका सराफा कारोबार को लगा है। 8 नवंबर से सराफा बाजार में पसरा सन्नाटा अभी भी टूटने का नाम नहीं ले रहा है। शहर में ज्वेलरी की 80 दुकानें है। सीजन में प्रत्येक दुकान पर डेढ़ लाख रुपए प्रतिदिन का कारोबार होता है। नोटबंदी के कारण 50 दिन में लगभग 35 करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष वल्लभ भंडारी के अनुसार सीजन होने के बावजूद कारोबार ठप है।
ऑटो-मोबाइल सेक्टर
आटोमोबाइल सेक्टर में भी कारोबार 50 प्रतिशत रह गया है। ग्राहकों को लुभाने के लिए शोरूम रोज नई योजना ला रहे हैं, लेकिन इससे ग्राहकी पर असर नहीं पड़ रहा। इस क्षेत्र में लगभग 8.50 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। यही स्थिति ट्रैक्टरों की रही। यहां आठ करोड़ रुपए का कारोबार प्रभावित हुआ है। वाहन व्यवसायी गजानंद गोयल ने बताया कि छह वर्ष में पहली बार दिसंबर में 50 प्रतिशत व्यापार प्रभावित हुआ है।