रविवार सुबह से शाम तक बस स्टैंड पर एक भी बस नहीं आई। यात्री घंटों परेशान होते रहे। भगवानपुरा क्षेत्र के लक्ष्मण, शांताबाई, दुर्गेश व जागृति मजबूरीवश सिर पर गठरियां रख पैदल ही निकले। इटारसी जाने वाले भरत वर्मा ने बताया उनका रेलवे रिजर्वेशन था, लेकिन खंडवा तक जाने के लिए बस नहीं नहीं मिली। मजबूरी में प्रायवेट वाहन कर जाना पड़ा।
भाटिया ने बताया यह सांकेतिक रूप से एक दिन का बंद था। सोमवार से बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय से अलग-अलग रुट पर करीब ४५० बसें नियमित चलती है। एक दिन बंद होने से करीब 3.60 करोड़ का कारोबार भी प्रभावित हुआ है।
प्रश्न : आरटीओ कार्रवाई को संचालक गलत बता रहे हैं।
जवाब : कार्रवाई गलत नहीं है। चालान बनाने की स्थिति होती तो वह करते।
प्रश्न : आगे क्या कार्रवाई होगी।
जवाब : कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। रविवार को भी विजिट किया है।
प्रश्न : दस्तावेज ३१ मार्च तक वैध है क्या।
जवाब : ये उन लोगों के लिए थे जो बनवा नहीं पाए। अब पूरी क्षमता से वाहन चल रहे हैं। दस्तावेज बनवाना चाहिए।
-जिन बसों को जब्त किया है, उसमें क्या कार्रवाई होगी।
जवाब : जुर्माना कर छोड़ देंगे। संचालकों से बात करेंगे।