मुख्य अतिथि अनिल ठक्कर ने समाजजन को संबोधित किया। शरदोत्सव का महत्व बताया। सिंगल यूज पॉलीथिन उपयोग नहीं करने का संदेश देते हुए अध्यक्षता कर रहे सुभाष ठक्कर ने कहा इसके उपयोग से कुछ ही समय में पर्यावरण में बदलाव देखा जाने लगा है, यदि समय रहते हम सचेत नहीं हुए तो आने वाली पीढ़ी का भविष्य खतरे में पड़ जाएगी। विशेष अतिथि राजेंद्र व्यास ने कहा औदिच्य ब्राह्मण समाज द्वारा सभी त्योहार सामूहिक रूप से मनाने की परंपरा रही है, जो सराहनीय है। युवा इकाई अध्यक्ष नीरज ठक्कर ने कहा संस्कारों और धर्म को मानने वाला समाज है, वर्तमान समय में आधुनिकता के इस दौर में भागदौड़ भरी जिंदगी से नई पीढ़ी कहीं न कहीं संस्कारों और परंपराओं से दूर होती जा रही है। इन्हें ऐसे आयोजनों से धर्म के प्रति लगाव बढऩे का अवसर मिलेगा। आभार रूपेश ठक्कर ने माना। इस दौरान समाज के महेश ठक्कर, संजय ठक्कर, अरविंद ठक्कर, विनोद जोशी, राजेश ठक्कर, जयंत ठक्कर, सोनू ठक्कर, हर्ष ठक्कर, अजय व्यास, विश्वनाथ ठक्कर, रमेश ठक्कर, विजय ठक्कर, आदि मौजूद थे।