उल्लेखनीय है कि उक्त संस्था २००५ में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित भी हो चुकी है। सहकारिता शताब्दी वर्ष समारोह में २२ मार्च २००५ को तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और वित्त मंत्री राघव ने यह पुरस्कार दिया था। हालांकि उस दौर में भंडार के अध्यक्ष की बागडोर मनमोहनसिंह चावला के हाथों में थी और प्रबंधक जहानसिंह वर्मा थे। चावला के कार्यकाल में संस्थान को नित नई ऊंचाइयां मिली वहीं अध्यक्ष, प्रबंधक बदलते ही संस्थान पर यह पलिता लग गया।
-अध्यक्ष महाजन को न्यायालय में पेश किया। यहां से दो दिन की पुलिस रिमांड मिली है। पूछताछ की जाएगी। फरार प्रबंधक की तलाश भी जारी है। -प्रकाश वास्कले, टीआई खरगोन
खरगोन. वर्ष 2005 में इसी संस्था को मिला है उत्कृष्ट सेवाओं का पुरस्कार।