योजना के तहत शहरी क्षेत्र में निवासरत युवाओं को 100 दिनों का रोजगार देने का दावा किया था। लेकिन खरगोन को छोड़कर जिले की अन्य निकायों में युवाओं को काम नहीं मिला। बड़वाह, सनावद नगर पालिका और भीकनगांव, महेश्वर, मंडलेश्वर और करही-पाड्ल्या नगर परिषद में लिंक जनरेट नहीं होने से शुरुआती दौर में ही युवाओं के पंजीयन नहीं हो सके।
फील्ड में कार्य करने के साथ ट्रेनिंग की अवधि पूरी करने के बाद भी कई युवाओं को ढाई से चार हजार रुपए वेतन लेकर संतोष करना पड़ा। यह पैसा अप्रैल-मई माह के लिए मिला है। जिसके बाद से अभी राशि जारी नहीं हुई। शहर के नतून नगर स्थित सिटी ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार योजना के तहत शासन स्तर से चार ट्रेड ऑफर तय किए गए थे। इनमें डाटा इंट्री ऑपरेटर, जनरल ड्यूटी असिस्टेंट, फील्ड टेक्निशियन शामिल हंै। वर्तमान में 30 युवक-युवतियां डाटा इंट्री की ट्रेनिंग ले रहे हैं। इन्हें कार्य और टे्रनिंग सेंटर पर उपस्थिति के अनुसार वेतन का भुगतान किया जाएगा।
शहरी क्षेत्रों में युवाओं को सौ दिनी रोजगार देने का खाका तैयार किया गया था। जिसमें शैक्षणिक योग्याता के आधार पर युवाओं को काम देने का दावा किया गया था। इसमें प्रति माह 4000 रुपए का मानदेय तय हुआ था। खरगोन में 2352 युवाओं ने इसके लिए आवेदन किए। जिसमें 1363 का चयन कर 404 को अलाटमेंट लेटर जारी हुए है।
अक्षय बजाज, नूर-नजमुद्दीन खान, प्रीति महाजन, सैजाद खान, ललित सोलंकी, सोनाली सोलंकी, माधुरी मनोग्रे, मोनिका सोलंकी, राहुल सेन, पूजा कर्मा, सपना मुछाल आदि। पात्र युवाओं को मानदेय
शासन द्वारा जो मापदंड तय किए गए है, उस आधार पर पात्र युवाओं को मानदेय दिया जा रहा है। फील्ड में काम करने सहित प्रशिक्षण पूरा करने वाले 14 युवाओं को मानदेय मिला है। आईडी जनरेट होते ही बाकी को पैसा मिलना शुरु हो जाएगा।
निशिकांत शुक्ला, सीएमओ नपा खरगोन