अपने बच्चे की पीठ सहलाना मत भूलिए, यहां पढ़ें इसका कारण
शोध साबित करते हैं कि बच्चों की पीठ सहलाना उनके दिमाग के लिए बहुत अच्छा है…
अगर आप जब-तब अपने बच्चों को अपनी बांहों में भर लेती हैं, उनकी पीठ सहलाती हैं तो यकीनन आप एक बहुत अच्छी मां हैं लेकिन आपको यह जानकार हैरानी होगी कि ऐसा करके आप उन्हें अच्छा नागरिक भी बना रही हैं। न्यूरोसाइंस जरनल सेरिब्रल कॉर्टेक्स में हालिया प्रकाशित इस शोध के मुताबिक, जिस फ्रिक्वेंसी से पेरेंट्स बच्चे को छूते हैं, उसका असर बच्चों के सामाजिक दिमाग के विकास पर पड़ता है। शोध के दौरान पांच साल के बच्चों को उस समय ऑब्जर्व किया गया, जब वे अपनी मां के साथ खेल रहे थे और देखा गया कि इस दौरान मां कितनी बार अपने बच्चे को छूती है। इसके बाद उन्होंने उन्हीं बच्चों को दो साल बाद फिर से देखा तो पाया कि जिन बच्चों को मां ज्यादा छूती है, उन बच्चों के सोशल ब्रेन का विकास अच्छा हुआ है। इसका मतलब यह है कि ऐसा दिमाग दूसरे लोगों के साथ सफलतापूर्वक इंटरेक्ट कर सकता है।
सहलाने का ज्यादा असर
शोध में यह भी पाया गया कि सहलाने का असर और बढ़ जाता है, जब आप पीठ पर सहलाती हैं। असल में त्वचा में जिन नर्व फाइबर्स के जरिए दिमाग तक संवेदन पहुंचता है, वे पीठ पर सबसे ज्यादा होते हैं। ये नर्व प्यार से सहलाने पर सबसे अच्छी प्रतिक्रिया देती हैं और सकारात्मक हार्मोन के उत्पादन को प्रोत्साहित करती हैं। हालांकि शोधकर्ताओं का यह भी मानना है कि बच्चे की सोशल स्किल्स के विकास में दूसरी और चीजें भी भूमिका निभाती हैं लेकिन शोध यह तो कहता है कि आप अपने बच्चे को जितने ज्यादा बार प्यार से छूएंगी, वह उतना ही सामाजिक होगा और बेहतर नागरिक बनेगा। वह अंतर्मुखी भी नहीं होगा और उसे दूसरे लोगों से बातचीत करना अच्छा लगेगा।
Home / Parenting / Kids / अपने बच्चे की पीठ सहलाना मत भूलिए, यहां पढ़ें इसका कारण