चार साल पहले रखी नींव और बिकी दुकानें वर्ष 2016 में कॉम्लेक्स निर्माण की नींव रखी गई और यह व्यवसायिक कॉम्पलेक्स बन कर तैयार हो गया। कॉम्पलेक्स का निर्माण पूरा होने और लगभग 103 दुकानें बनने और इनमें से ज्यादातर दुकानों बिकने के बाद परिषद ने अचानक कार्रवाई की।
परिषद ने करीब चार साल बाद निर्माण स्वीकृति के विपरित निर्माण कार्य मानते हुए नगर परिषद की ओर से उक्त कॉम्पलेक्स को 26 जून 2020 को सीज कर दिया गया। लेकिन अब सीज की कार्रवाई के चार माह बाद ही परिषद प्रशासन ने ही पुन: कॉम्पलेक्स के ताले खोल दिए। प्रकार की कार्रवाई नहीं की और अब जब कॉम्पलेक्स बन कर तैयार हो गया, अधिकांश दुकानें बिक गई तो परिषद प्रशासन ने कॉम्पलेक्स को सीज करने की कार्रवाई की।
इस संबंध में नगर परिषद आयुक्त सीता वर्मा ने कहा कि परिषद की कार्रवाई के खिलाफ दुकानदारों ने डीएलबी में पत्र सौंपे थे। डीएलबी के आदेश पर सीज किए गए कॉम्पलेक्स के ताले खोले गए है।