इसी तरह सरसों के 800 कट्टों की आवक हुई और भाव 4700 से 5050 रुपए प्रति क्विंटल रहे। गेहूं के 300 कट्टों की आवक हुई और भाव 2300 से 3000 रुपए प्रति क्विंटल रहे। जौ के 400 कट्टे आए और भाव 1800 से 1850 रुपए प्रति क्विंटल रहे, जबकि जीरे के 200 कट्टों की आवक हुई और भाव 15000 से 24000 रुपए प्रति क्विंटल रहे।
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लुढ़के जीरे के भाव, उत्पादन में बढ़ोत्तरी
कृषि मंडी के व्यापारियों ने बताया कि पिछले साल की तुलना में नए जीरे के भावों में कमी है। पिछले साल के इस सीजन में नए जीरे का बाजार भाव 24 हजार रुपए प्रति क्विंटल से खुला था और 61 हजार प्रति क्विंटल तक बिक्री किया गया। जबकि इस साल ऐसा नहीं है। इस साल जीरे के भावों में काफी गिरावट है। इस साल उत्पादन अधिक होने और डिमांड कम रहने के कारण जीरे के भाव कम है।
चने के दाम 5200 रुपए प्रति क्विंटल पहुंचे
मंडी बाजार के जानकारों ने बताया कि पिछले साल सीजन में चने का बाजार 4400 से 4500 रुपए प्रति क्विंटल तक रहा। जबकि इस सीजन में वर्तमान में चने के भाव 5100 से 5200 रुपए प्रति क्विंटल बताए जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि समय पर मावठ नहीं होने के कारण फसलों में नुकसान हुआ और औसतन 30 से 40 प्रतिशत उत्पादन भी कम रहा। माल की कमी होने और बाजार में डिमांड अधिक होने के कारण चने की भावों में तेजी है।
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रात को बारिश में भीगा व्यापारियों का खरीदा माल
किशनगढ़ में शुक्रवार रात को मौसम खराब हो गया और रात करीब 10.30 बजे तेज हवाओं के साथ बारिश भी हुई। बेमौसम बारिश का व्यापारियों को भी अनुमान नहीं रहा और दिनभर बाजार में किसानों से खरीदा माल मंडी परिसर में खुले में ही पड़ा रह गया और बारिश के कारण व्यापारियों का माल भीग गया। हालांकि कई व्यापारियों ने रात को ही जिंसों से भरी बोरियों पर प्लास्टिक के तिरपाल व कट्टे आदि ढंक दिए, लेकिन इसके बाद भी व्यापारियों का खुले में पड़ा माल बारिश में भीगा।