मंडी में सन्नाटा, नाम मात्र की आवक
सितबर माह के अंत में होगी जिंसों की आवक तेजमंडी में 100-200 बोरी की आवक हो रही है बामुश्किल
मंडी में सन्नाटा, नाम मात्र की आवक
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मदनगंज-किशनगढ़. नगर के जयुपर रोड स्थित कृषि उपज मंडी में जिंसों की आवक कम होने के कारण सन्नाटा पसरने लग गया है। मंडी में जिंसों की आवक अब सितबर माह के अंत में तेज होगी।
जयपुर रोड स्थित कृषि उपज मंडी में दिनों-दिन जिंसों की आवक घटती जा रही है। स्थिति यह है कि मंडी में पिछले तीन-चार दिनों में बामुश्किल 50 से 100 बोरी जिंसों की आवक रह गई है। इसके कारण अब मंडी में सन्नाटा पसरा रहता है। मंडी में व्यापारी और हमाल भी काम नहीं होने के कारण ठाले बैठे है। बारिश का दौर शुरू होने के साथ ही काश्तकार भी खेती-बाड़ी में जुट गए है। वह भी खरीफ की फसलों की बुवाई कर रहे है।इसमें अग्रेती फसलें की उपज सितबर माह के अंत तक मंडी में बिक्री के लिए पहुंचना शुरू होती है। अक्टूबर माह के दूसरे सप्ताह में जिंसों की अच्छी आवक शुरू हो जाती है। उल्लेखनीय है कि किशनगढ़ की कृषि उपज मंडी दलहन विशिष्ट मंडी होने के कारण अजमेर, जयपुर, नागौर और जयपुर जिले के काश्तकार मंडी में अपनी उपज लेकर बिक्री के लिए पहुंचते है। सीज में मंडी में 5 से 7 हजार बोरी तक की आवक होती है। व्यापारियों के पास जिंसें रखने की जगह कम पडऩे के कारण कई बार दो मंडी में बोली बंद रखनी पड़ती है।
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