खरीद के दौरान बीते पांच साल से समर्थन मूल्य लगातार बढ़ रहा है। इससे सरकारी खरीद में शामिल होने वाले किसानों को बड़ा फायदा हुआ है। पांच साल पहले मूंग का समर्थन मूल्य 4 हजार 8 सौ 50 रुपए प्रति क्विंटल था। जो अब 22 सौ रुपए बढ़कर 7 हजार 50 रुपए पहुंच गया है। मूंग के समर्थन मूल्य में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी वर्ष 2018-19 में हुई थी। इस दौरान मूंग का समर्थन मूल्य 14 सौ रुपए से बढ़कर 5575 और फिर 6975 रुपए प्रति क्विंटल हुआ। वहीं 2019-20 में 75 रुपए बढ़कर 6,950 से 7,050 रुपए प्रति क्विंटल पहुंच गया।
मंडी और समर्थन मूल्य में बड़ा फर्क उधर मंडी की बात करें तो मंडी में वर्तमान में मूंग का भाव 4 हजार से 54 सौ रुपए प्रति क्विंटल के बीच है। जो समर्थन मूल्य से काफी कम है। मूंग का अधिकतम भाव 2016-17 के समर्थन मूल्य से 175 रुपए कम है। वर्तमान समर्थन मूल्य से करीब 24 सौ रुपए कम है। वहीं न्यूनतम भाव तो 2015-16 के समर्थन मूल्य 4850 से साढे आठ सौ कम है।
सरकारी खरीद में औपचारिकताएं किशनगढ़ उपखण्ड व आसपास के क्षेत्रों में बड़े हिस्से में मूंग की खेती होती आई है। समर्थन मूल्य लगातार बढऩे से किसानों में सरकारी खरीद के प्रति रुझान तो बढ़ा है, लेकिन औपचारिकताएं ज्यादा होने से कई किसान सरकारी खरीद की ओर रुख नहीं कर रहे। सीधे मंडी में जाकर कम भाव में फसल बेच देते हैं। बीते वर्ष सरकार की ओर से किशनगढ़ में 1 लाख 20 हजार 8 कट्टों की खरीद की गई थी। एक कट्टे का तोल 50 किलो था।