दिलीप घोष ने हमले के लिए तृणमूल कांग्रेस और विनय तमांग को जिम्मेदार ठहराया। तमांग ने इससे इनकार किया है। इधर कोलकाता व हावड़ा में भाजपा समर्थकों ने सडक़ पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। घटना की शुरुआत दार्जिलिंग में आयोजित विजयादशमी सभा से हुई। सभा के दौरान कुछ लोग मंच पर जाकर विनय तमांग जिंदा बाद, दिलीप घोष गो बैंक के नारे लगाते हुए धक्का-मुक्की करने लगे। स्थिति को देखते हुए दिलीप घोष सभा र² कर जाने लगे।
उसके बाद हमलावर दिलीप घोष के सामने भाजपा नेताओं पर टूट पड़े। रास्ते पर सरेआम भाजपा नेताओं को लात, घूसे और लाठी से पीटने लगे। हमलावरों ने एक भाजपा नेता को सडक़ पर पटक-पटक कर मारा। अपने साथियों को बचाने की कोशिश करने पर हमलावरों ने दिलीप घोष पर लात चलाई और धक्का-मुक्की की।
थाने जाते समय सीढ़ी पर भी भाजपा नेताओं पर हमला किया गया। घायल नेताओं की चिकित्सा कराने के बाद दिलीप घोष ने हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि हमलावर गोजमुमो प्रमुख विमल गुरुंग के लोग नहीं थे, बल्कि विनय तमांग के लोग थे। कोलकाता से जो निर्देश दिया गया था, तमांग के गुण्डों ने उसका पालन किया है। सरेआम हमारे कार्यकर्ताओं को पीटा। पुलिस की कोई व्यवस्था नहीं थी। घोष ने कहा कि हमलावरों की एक ही मांग है कि भाजपा पहाड़ पर नहीं आए। समतल की तरह पहाड़ पर भी तृणमूल कांग्रेस तानाशाही चलाएगी। तृणमूल कांग्रेस ही पहाड़ को अशान्त रखना चाहती है। लेकिन वे अपना कार्यक्रम पूरा कर के ही पहाड़ से जाएंगे। का.सं.
क्या ममता ने दिया है भरोसा
दिलीप घोष ने कहा कि विनय तमांग का दावा झूठा है। वे कह रहे हैं कि गोरखालैण्ड के मु²े पर भाजपा का रुख स्पष्ट नहीं करने के कारण आम लोगों ने हमला किया है। हमला करने वाले तमांग और तृणमूल के लोग थे। उन्होंने इस मु²े पर भाजपा का रुख स्पष्ट कर दिया है कि केन्द्र सरकार त्रिपक्षीय बैठक कर समस्या का समाधान करने के लिए तैयार है। लेकिन सवाल है कि क्या मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तमांग को गोरखालैण्ड का भरोसा दिया है। हमलावरों का कोई सवाल नहीं था। उन्होंने हमलावरों से कहा कि वे उनके सभी सवालों का जवाब देंगे। लेकिन उन्होंने हमला शुरू कर दिया। उनका एक मात्र उ²ेश्य हमला करना था।
पुलिस का पुख्ता इंतजाम
दूसरी ओर दार्जिलिंग के पुलिस अधीक्षक अखिलेश चत्रुवेदी ने दावा किया कि सभा स्थल पर पुलिस का पुख्ता इंतजाम था। हमलावरों के खिलाफ कानून कार्रवाई की जाएगी।
अशांति चाहती भाजपा-तृणमूल
दिलीप घोष पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा कि हमले से उनकी पार्टी का कोई संबंध नहीं है। यह दिलीप घोष के भडक़ाऊ भाषण का नतीजा है। मुख्यमंत्री की शान्ति वार्ता से पहाड़ पर शान्ति लौटी है। लेकिन उन्होंने आपत्तिजनक बयान दे कर पहाड़ को फिर से अशान्त करने की कोशिश की। भाजपा चाहती है कि पहाड़ पर अशान्ति जारी रहे।
अमित शाह को दी जानकारी
दिलीप घोष ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को हमले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शाह ने दोबारा फोन कर घटना के बारे में पूरी जानकारी ली। सूत्रों के मुताबिक शाह ने दिलीप को दार्जिलिंग में अपना कार्यक्रम पूरा करने का निर्देश दिया।