पश्चिम बंगाल में 8500 बैंकों शाखाओं और 10500 एटीएम के शटर नहीं खुले। बैंक कर्मचारियों ने बीबीडी बाग क्षेत्र में एक रैली भी निकाली। जिसमें भारी संख्या में बैंक कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। इस रैली में घोषणा की गई कि वे अक्टूबर व नवम्बर में दो दिवसीय हड़ताल पर पुन: जा सकते हैं। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन कोलकाता के महासचिव संजय दास ने बताया कि बैंक हड़ताल बंगाल सहित देश भर में 100 फीसदी सफल रही। जिस कारण आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से ठप हो गई।
देश भर में एनपीए लगातार बढ़ते जा रहा है, लेकिन सरकार सिर्फ विलय कर बैंकों को निजीकरण की ओर ले जाया जा रहा है। बंगाल प्रोविंशियल बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेन नागर ने बताया कि 8 लाख करोड़ रुपए का एनपीए पड़ा हुआ है।
12 बड़े कॉरपोरेट हाउस पर 2, 53,729 करोड़ रुपए बकाया है। सरकार का ध्यान इस ओर नहीं है। सरकार बैंकों का विलय कर नौकरी छिन रही है। बैंकों का निजीकरण कर दिया जा रहा है। इसके खिलाफ बंद बुलाया गया था। सरकार ने कर्मचारियों की नहीं सुनी तो वे अक्टूबर या नवम्बर में दो दिवसीय हड़ताल करेंगे।
स्कूल से अब किताबें खरीदना हुआ बंद
महानगर के रोमन कैथोलिक स्कूलों में अधिक पैसे देकर पाठ्य पुस्तकें खरीदनें पर रोक लग गई है। कई स्कूलों में यह हाल था कि अतिरिक्त पैसे लेकर स्कूल से किताबें खरीदने का दबाव दिया जाता था। कोलकाता के रोमन कैथोलिक संगठन की ओर से संगठन के अंतर्गत ३० स्कूलों में इसके बारे में स्पष्ट हिदायत दी गई है कि अब अधिक कीमत पर स्कूलों में बच्चे किताबें नहीं खरीदेंगे। बच्चों को पुस्तकों की सूची दी जाएगी। वह बाहर से किताबें खरीद सकतें हंै।