कोलकाता. महानगर सहित राज्य भर में बढ़ते प्रदूषण ने सभी को चिंतित कर दिया है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सूखे कचरे व सूखे पत्तों को जलाने पर रोक लगा दी है। बोर्ड की ओर से नगर निगम, पालिकाओं व जिला शासकों को निर्देश दिया गया है।
महानगर सहित राज्य में सूखे कचरे को जला दिया जाता है। विशेषकर सूखे पत्तों को जलाया जाता है। मैदान क्षेत्र में सर्दी के सूखे पत्तों को अधिक जलाया जाता है। मॉर्निंग वॉकरों के साथ पर्यावरणविदों ने कई बार इस पर रोक लगाने की गुहार की गई थी, लेकिन अब तक कोई काम नहीं हुआ।
दिल्ली की स्थिति को देखते हुए राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस पर निषेधाज्ञा जारी कर दी है। पर्यावरण विभाग के सचिव अर्णव राय ने बताया कि महानगर सहित राज्य भर में सूखे कचरे को जलाने पर रोक लगा दी गई है। सभी नगर निगम, पालिकाओं व जिला शासकों को निर्देश भेज दिया गया है। सभी से इस विषय पर सख्ती बरतने की सलाह दी गई है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में प्रदूषण ने कहर ढाया था।
मेयर व पर्यावरण मंत्री शोभन चटर्जी ने कहा कि प्रदूषण रोकने के लिए उनका विभाग कदम उठा रहा है। निगम ने प्लास्टिक के बैग पर रोक लगाई है। साथ ही सूखे कचरे को जलाने पर भी प्रतिबंध लगाया है।
पर्यावरणविद ने किया स्वागत
पर्यावरणविद सुभाष दत्ता ने इस निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह निर्णय बहुत देर से लिया गया है। बहुत पहले ही ले लिया जाना चाहिए। साथ ही राज्य सरकार को प्रदूषण को लेकर और गंभीरता दिखानी होगी। सरकार को कई और कड़े निर्णय लेने होंगे।