मिदनापुर जिला पुलिस ने पंडाल बनाने वाले डेकोरेटर, ठेकेदार और रैली आयोजक प्रदेश भाजपा के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर जांच कार्य शुरू कर दिया है। पुलिस ने तीनों पक्षों के खिलाफ भारतीय दण्ड विधान (आईपीसी) की धारा &08 के तहत गैरइरादतन हत्या, &&7 और &&8 के तहत घोर लापरवाही बरतने का मामला दर्ज किया है। पुलिस ने कहा कि बारिश के मौसम में ऐसी घटना नहीं होगी, यह समझ लेना ही आयोजक और मंच बनाने वाले ठेकेदार और डेकोरेटर की भारी गलती है। मैदान को सील कर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
जांच में यह हुआ खुलासा फॉरेंसिक टीम ने सभा स्थल से नमूने संग्रह किए। टीम सदस्य चित्राको बनर्जी ने बताया कि पंडाल बनाने में घोर लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आईबी) सिद्धिनाथ गुप्ता और पश्चिम मिदनापुर के पुलिस अधीक्षक आलोक राजौरिया मंगलवार को रैली स्थल पर गए और पंडाल लगाने के काम में शामिल कई लोगों से बात की। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच में खुलासा हुआ कि पंडाल लगाने में इस्तेमाल किए गए लोहे के ढांचों में जंग लगा हुआ था और लोहे के ’यादातर खंभे जमीन में सही से नहीं घुसाए गए थे।
केन्द्र की टीम भी करेगी जांच दूसरी ओर केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पंडाल गिरने की परिस्थितियों का आकलन करने के लिए शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की दो टीम पश्चिम बंगाल जाएगी। टीम में एसपीजी के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे। टीम रैली के आयोजन में किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था संबंधी चूक, विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय की कमी और दूसरी खामियों की जांच करेगी। केंद्र ने घटना को लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट देने को कहा था।