scriptभागेर मां अर्थात मां को बांटना थीम की प्रतिमा पहुंची जिन्दल समूह के घर | Bhager Maa means dividing the mother | Patrika News
कोलकाता

भागेर मां अर्थात मां को बांटना थीम की प्रतिमा पहुंची जिन्दल समूह के घर

किया बरिशा की मूर्ति का संरक्षण

कोलकाताOct 16, 2021 / 08:28 pm

Krishna Das Parth

भागेर मां अर्थात मां को बांटना थीम की प्रतिमा पहुंची जिन्दल समूह के घर

भागेर मां अर्थात मां को बांटना थीम की प्रतिमा पहुंची जिन्दल समूह के घर

kolkata.
Durga Statue of Barisha Club of Kolkata- कोलकाता के बरिशा क्लब की दुर्गा प्रतिमा को इस बार राज्य सरकार के सूचना एवं संस्कृति विभाग के ‘विश्व बांग्ला शरद सम्मान’ के 113 प्राप्तकर्ताओं में से ‘सर्वश्रेष्ठ का सर्वश्रेष्ठ’ पुरस्कार मिला है। यही नहीं इस क्लब की मूर्ति को जिंदल समूह ने संरक्षित करने का निर्णय लिया है। बरिशा क्लब की इस बार की थीम थी भागेर मां अर्थात मां को बांटना।
राज्य सरकार ने 2019 और 2020 में बरिशा क्लब की मूर्तियों को लिया। सूत्र के मुताबिक इस संबंध में क्लब के अधिकारियों की जिंदल ग्रुप के अधिकारियों से बातचीत काफी हो चुकी है। जिंदल की पहल पर न्यूटाउन में संग्रहालय बनाया जा रहा है। मूर्ति को स्थायी रूप से वहीं रखा जाएगा। हालांकि मूर्ति को फिलहाल जिंदल के शालबनी स्थित एक कार्यालय में रखा जाएगा। संग्रहालय बनकर तैयार हो जाने के बाद इसे स्थायी रूप से वहीं संरक्षित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वयं प्रतिमा की प्रशंसा की थी।
क्लब सूत्रों के मुताबिक इस बार जिंदल परिवार की सदस्य संगीता जिंदल बरिशा क्लब में पूजा देखने आई थीं। मूर्ति को देखकर भाव विभोर हो गई। उन्होंने मूर्ति के संरक्षण में रुचि दिखाई। इसके बाद बातचीत की गई। विचार-विमर्श के बाद प्रतिमा को संग्रहालय में रखने का अंतिम निर्णय लिया गया। मालूम हो कि पिछले कुछ वर्षों से, बरिशा पूजो को अपनी नवीन विचार के कारण एक विशेष स्थान पाता आ रहा है। राज्य सरकार ने 2019 और 2020 में बरिशा क्लब की मूर्तियों को लिया।
बरिशा क्लब की दुर्गा प्रतिमा ने कारागार शिविर में अपने परिवार के साथ मां दुर्गा की स्थिति की एक मनमोहक छवि प्रस्तुत की थी। शुक्रवार को रिंटू दास और बरिशा क्लब ने जिंदल इंडस्ट्रियल ग्रुप के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते के मुताबिक रविवार को मूर्ति को कोलकाता के बरिशा क्लब से जिंदल ग्रुप के शालबनी औद्योगिक क्षेत्र में ले जाया जाएगा. मूल रूप से जिंदल समूह के सदस्य दुर्गा की मूर्ति को देखने आए और बरिशा की मूर्ति पर मोहित हो गए। बरिशा क्लब और मूर्तिकार और कलाकार रिंटू दास तब इसे संरक्षित करने के लिए सहमत हुए।
2019 और 2020 में रिंटू दास द्वारा बनाई गई मूर्ति भी कोलकाता में प्राप्त हुई थी। दो मूर्तियों को भी राज्य सरकार द्वारा संरक्षित किया गया था। 2020 में उनकी मूर्ति की थीम ‘प्रवासी उमा’ थी। कोरोना में भारत के विभिन्न राज्यों से लौट रहे मौसमी प्रवासी श्रमिकों के जीवन पर देवी दुर्गा की रचना की गई थी।
रिंटू दास कहते हैं, ‘मैं खुश हूं, धन्य हूं। मैंने जो कला बनाई है वह मुझे भविष्य में और अधिक सोच-विचार कर मूर्तियाँ बनाने के लिए प्रेरित करेगी।’
बरिशा क्लब के अध्यक्ष सुदीप पाल ने कहा, ‘यह हमारे क्लब का गौरव है।
राज्य सरकार ने इस बार सर्वश्रेष्ठ पूजा के लिए 113 क्लबों को ‘विश्व बांग्ला शरद सम्मान’ दिया है। इनमें से सर्वश्रेष्ठ उनके क्लब को मिला है। यह पुरस्कार बेस्ट पूजा, बेस्ट मंडप, बेस्ट आइडल, बेस्ट इल्यूमिनेशन, बेस्ट वर्ल्ड बांग्ला ब्रांडिंग, बेस्ट थॉट, बेस्ट पूर्व पूजा, बेस्ट कोविड वारियर्स, बेस्ट कोविद अवेयरनेस आदि श्रेणियों में दिया गया है।

Home / Kolkata / भागेर मां अर्थात मां को बांटना थीम की प्रतिमा पहुंची जिन्दल समूह के घर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो