रेलवे की ओर से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह 5:30 से लेकर 9:00 बजे के बीच बड़ी संख्या में बंद समर्थकों ने रेलवे पटरियों पर उतरकर नारेबाजी करनी शुरू कर दी और ट्रेनें रोक दी। हावड़ा और सियालदह लाइन के विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेन पटरियों पर उतरकर केला के थम्ब, लकडि़यों की बल्लियां डाल ट्रेनों की आवाजाही ठप कर दी। सियालदह-रानाघाट मंडल में प्रदर्शनकारियों ने केले का पेड़ काटकर रेलवे पटरी पर डाल नारेबाजी की। सोदपुर-आगरपाड़ा के बीच सुबह 7 बजे, कल्याणी- कचरापाड़ा के बीच सुबह 6:45 बजे, टीटागढ़ में 7:05 पर, प्याराडांगा में 7:15 बजे और श्यामनगर-इच्छापुर के बीच 6:50 बजे प्रदर्शनों के कारण लोकल ट्रेनें खड़ी हो गईं। गोवर्धनपुर में सुबह 7:15 बजे और हरिदेवपुर मध्यमग्राम के बीच सुबह 7:00 बजे के करीब बंद समर्थकों ने लोकल ट्रेनों को रोक दिया। सियालदह बनगांव सेक्शन में भी लोकल ट्रेनों की आवाजाही ठप कर दी गई थी। इसके अलावा हावड़ा से बर्दवान के बीच लिलुआ, बेलूर, श्रीरामपुर, चंदननगर, हुगली, उत्तरपाड़ा आदि स्टेशनों के पास रेलवे पटरियों पर उतरकर बंद समर्थकों ने रेल रोक दी थी। हालांकि सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने नारेबाजी कर रहे लोगों को समझा- बुझाकर पटरियों से हटाया। जिसके बाद कहीं आधे घंटे तो कहीं एक घंटे के बाद रेल सेवा थोड़ी बहुत सामान्य हुई। एक स्टेशन के पास से ट्रेन शुरू होती तो दूसरे या तीसरे स्टेशन पर जाकर फिर प्रदर्शनकारियों के पटरी पर मौजूदगी की वजह से ट्रेन रोकनी पड़ी।
रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक हावड़ा डिवीजन में 31 ईएमयू ट्रेनें र² करनी पड़ी। 75 ईएमयू ट्रेनें देर से चलीं। सियालदह डिवीजन में 68 ईएमयू ट्रेनें र² रहीं। 174 ईएमयू ट्रेने देर से चलीं। आसनसोल और मालदह डिवीजन में ट्रेन सेवा सामान्य रहीं। बंद समर्थकों ने मेट्रो ट्रेन सेवा प्रभावित करने की भी कोशिश की। कुछ बंद समर्थक श्यामबाजार मेट्रो स्टेशन में घुस पड़े। हालांकि आरपीएफ के जवानों ने बल का प्रयोग कर उन्हें तुरंत बाहर निकाल दिया। इससे कुछ मिनट के लिए मेट्रो सेवा भी प्रभावित हुई।