राज्य के स्थानीय निकाय चुनाव में पिछले लोकसभा चुनाव की जीत को बरकरार रखने के लिए पार्टी ने छोटी-छोटी स्थानीय समस्याओं पर लोगों का ध्यान आकर्षित करने का फैसला किया है।
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) और हावड़ा नगर निगम (एचएमसी) सहित पश्चिम बंगाल के 102 नगरपालिकाओं के जल्द ही चुनाव होने वाले हैं और प्रदेश भाजपा प्रत्येक नगरपालिका के लिए अलग-अलग चुनावी घोषणा पत्र जारी करने का फैसला किया है।
प्रदेश भाजपा ने राज्य के अलग-अलग नगरपालिकाओं के लिए अलग-अलग चुनावी घोषणा पत्र तैयार शुरू कर दी है। इस सिलसिले में पार्टी की प्रदेश इकाई ने अपने सभी जिला अध्यक्षों से उनके जिलों की नगरपालिकाओं के बारे में जानकारी मांगी है।
पार्टी ने प्रत्येक नगरपालिकाओं की आर्थिक स्थिति और उनके विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी मांगी है। उसी के आधार पर पार्टी अलग-अलग नगरपालिकाओं के लिए अलग-अलग चुनावी घोषणापत्र तैयार करेगी। इस बारे में पूछे जाने पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि प्रत्येक नगरपालिका की स्थिति और उनकी समस्याएं अलग-अलग है। उन्हें एक चुनावी घोषणा पत्र में ठीक से जगह देना और उन पर फोकस करना संभवन नहीं है। इस लिए राज्य के अलग-अलग नगरपालिकाओं के अलग-अलग चुनावी घोषणा पत्र जारी करने पर बातचीत चल रही है।
लेकिन पार्टी के प्रदेश महासचिव ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि पार्टी ने सभी नगरपालिकाओं के चुनाव के लिए अलग-अलग घोषणापत्र जारी किया जाएगा।
दूसरी ओर दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजा से सबक लेते हुए प्रदेश भाजपा ने नगरपालिकाओं के चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस को मात देने के लिए दूसरे राज्यों की नगरपालिकाओं के विकास कार्यों का प्रचार करने का फैसला किया है।
प्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि इस बारे के नगरपालिका के चुनाव में पार्टी विकास कार्य को मुद्दा बनाएगी। भाजपा शासित राज्यों के उन नगरपालिकाओं के विकास कार्यों की तुलना बंगाल की नगरपालिकाओं के काम से तुलना कर के चुनाव प्रचार करेगी।