तूफानी जिला दौरा करने के बाद ममता ने शुक्रवार को तृणमूल भवन में पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में भाजपा का बिना नाम लिए कहा कि पंचायत चुनाव में साम्प्रदायिक शक्तियों को एक इंच जमीन देना मंजूर नहीं है। हमारा लक्ष्य पंचायत के 100 फीसदी सीट जीतना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पार्टी नेता अभी से मैदान में उतर जाएं। पार्टी नेताओं को सरकार के विकास कार्यों का प्रचार करने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सभी पार्टी नेता अपने-अपने क्षेत्र में जा कर राज्य सरकार के पिछले 6 साल के विकास कार्यों का प्रचार करें। उन्होंने गुटबाजी करने और भाजपा सहित अन्य विरोधी दलों के खिलाफ बिगड़े बोल वाले पार्टी नेताओं को कड़ी चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि पार्टी में किसी को भी गुटबाजी करने और बिगड़े बोल बोलने की इजाजत नहीं है। जो भी ऐसा करेगा, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। पार्टी नेता ऐसा कुछ भी नहीं करें, जिससे पार्टी को परेशानी हो। बैठक में अनुपस्थित रहने वाले पार्टी के कुछ जिला अध्यक्षों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एफआरडीआई के खिलाफ करेगी आंदोलन: ममता ने केन्द्र की ओर से लाए जा रहे फाईनेंसियल रिजोल्यूशन एण्ड डिपोजिट इंश्योरेंस बिल 2017 का संसद और संसद के बाहर विरोध करने और का निर्देश दिया। उन्होंने इसे ड्रैकुला कानून करार देते हुए इसे वापस लेने के लिए केन्द्र सरकार के विरोध में जनवरी से राज्य व्यापी आंदोलन करने का निर्देश दिया।
कोर कमेटी की बैठक के बाद तृणमूल महासचिव और शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि एक जनवरी को इस बिल के खिलाफ तृणमूल आंदोलन करेगी। जब तक केन्द्र सरकार इस बिल को बापस नहीं ले लेती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
पहाड़ के दौरे पर जाएंगी मुख्यमंत्री!
गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के आमंत्रण पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिसम्बर के अंतिम सप्ताह में पहाड़ के दौरे पर जा सकती हैं। जीटीए ने २७ दिसम्बर से पहाड़ पर चार दिवसीय विंटर फेस्टिवल का आयोजन किया है।
जीटीए के कार्यवाहक चेयरमैन विनय तमांग ने मुख्यमंत्री को समारोह का मुख्य अतिथि बनाया है। हालांकि मुख्यमंत्री की पहाड़ यात्रा को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। सूत्रों ने बताया कि तमांग के निर्देश पर जीटीए के वाइस चेयरमैन अनित थापा शनिवार को सचिवालय नवान्न आकर मुख्यमंत्री को न्योता देने वाले हैं। जीटीए चेयरमैन तमांग ने बताया कि पहाड़ की वर्तमान परिस्थिति सामान्य है। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पहाड़ का विकास कार्य फिर से शुरू हो गया है। विंटर फेस्टिवल के लिए जीटीए ने मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों को भी आमंत्रित किया है। इधर, दार्जिलिंग जिला प्रशासन मुख्यमंत्री की संभावित यात्रा की तैयारी में जुट गया है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल तथा ठहरने की जगहों की सुरक्षा की समीक्षा का काम भी शुरू हो गया है।
राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देब ने मुख्यमंत्री की यात्रा के संदर्भ में कुछ भी बताने से मना कर दिया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की यात्रा से संबंधित कार्यक्रम का निर्धारण मुख्यमंत्री सचिवालय (सीएमओ) करती है।