– पटाखा फोडऩे के दौरान सर पर आई चोट फिर हार्ट-अटैक- कूचबिहार की घटना
कूचबिहार जिले के सुनीती इलाके में दीपावली की रात पटाखा फोडऩे को दैरान सर में चोट लगने से एक दवा व्यवसाई की मौत हो गई।
कोलकाता•Nov 09, 2018 / 04:53 pm•
Jyoti Dubey
दीपावली की रात हमेशा के लिए बुझ गया घर का चिराग
कोलकाता. कूचबिहार जिले के सुनीती इलाके में दीपावली की रात पटाखा फोडऩे को दैरान सर में चोट लगने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक का नाम अनिर्बान घोष (36) है। मां-बाप का इक लौता सहारा और 1 बेटी के पिता घोष पेशे से दवा व्यवसाई थे। दीपावली की रात अपनी दुकान के बाहर शगुन के तौर पर एक पटाखा फोडऩे के दौरान उनके साथ यह मर्मांतिक घटना घटी। सूत्रों के अनुसार दीपावली की शाम अपनी दवा दुकान में कर्मचारियों के साथ लक्ष्मी पूजन करने के बाद वे दुकान के बाहर एक तुबड़ी जला रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तुबड़ी को जलाने के बाद मृतक वहां से दूर जा ही रहा था कि उससे पहले ही तुबड़ी फट गया। तुबड़ी के इतने समीप फटने की वजह से मृतक घटनास्थल पर ही अचेत होकर गिर पड़ा। उनके कर्मचारियों ने तत्परता के साथ उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि मृतक के सर पर चोट लगने की वजह से वह बेहोश हो गए थे। अस्पताल में उन्हें प्राथमिक उपचार दिए जाने के बाद छोड़ दिया। अस्पताल से छुट्टी मिलते ही अनिर्बान के सहकर्मी उन्हें फिर से दुकान ले गए और उनके परिजनों को घटना की जानकारी दी। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार सूचना मिलते ही जब वे दुकान पर पहुंचे तो उन्होंने पीडि़त को स्वस्थ्य पाया। वे थोड़े डरे हुए जरूर थे। अस्पताल से लौटने के ३ घंटे बाद वे अचानक फिर से बेहोश हो गए। उनके परिजनों ने उन्हें नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार अनिर्बान की मौत दिल का दौरा पडऩे से हुई है। उनके अनुसार बेहोशी के दौरान उन्हें दौरा पड़ा था। उसी के कारण उनकी मौत हुई है। गौरतलब है कि घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने मृतक के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौत का सही कारण पता करने के लिए पुलिस व परिवार दोनों ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहे हैं। गौरतलब है कि एक ओर दीपावली के मौके पर जहां हर घर में दियों से रोशनी फैलाई जा रही थी। वहीं घोष परिवार में रोशनी फैलाने वाला चिराग हमेशा के लिए बुझ गया। जिस घर में हफ्ते भर से दीपावली मनाने की धूम थी। उस घर में दीपावली की रात से ही मातम पसर गया है।