हालांकि सीबीआई के अधिकारी उक्त आरोपों से सहमत नहीं है। जांच एजेन्सी के एक वरिष्ठ अधिकारी से इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि यह घोटाला पूर्वी भारत के पांच राज्यों बंगाल, बिहार, झारखंड, असम और ओडिशा में फैला हुआ है। धोखाधड़ी करने वाली कंपनियों की संख्या सैकड़ों में हैं। शिकायत करने वालों की संख्या हजारों में है। ऐसे मामले की जांच में समय लगेगा। सीबीआई अधिकारी ने उन आरोपों से भी इनकार किया कि एजेंसी राजनीतिक एजेंडे पर काम कर रही थी। उन्होंने कहा कि जहां तक लोगों की ग्रिलिंग का सवाल है, हम ऐसा तब करेंगे जब हम उनके खिलाफ सबूत हासिल करेंगे।