खतरनाक है चीनी पटाखे विशेषज्ञों का कहना है कि चीनी पटाखों से वायु प्रदुषण कई गुना बढ़ जाता है। इनमें खतरनाक बारूद का इस्तेमाल होता है। जिससे जहरीली गैस निकलती है। चीनी पटाखों में काफी मात्रा में पोटेशियम क्लोरेट की मात्रा होती है। जो स्वास्थ के लिए बेहद खतरनाक है। नवजात ,बुजुर्ग, अस्थमा व सांस संबंधी बीमारी से ग्रस्त लोगों के लिए यह जानलेवा है। महानगर में चीनी पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दी गई है। इसके बावजूद बजारों में चीनी पटाखों की बिक्री होने की खबर मिल रही है। शहर में हर साल चीनी पटाखे बिकते हुए नजर आते हैं। पटाखा बिक्रेता चीनी रॉकेट, चीनी बम, चीनी फुलझड़ी, चीनी अनार को भारतीय ब्रांड बता कर इसकी बिक्री करते हैं। अवैध रूप से पटाखा बेचने से वैध पटाखा कारोबारियों को काफी नुकसान होता है। पुलिस अवैध पटाखा कारोबारियों की धर-पकड़ शुरू कर दी है। कोलकाता पुलिस के एक संयुक्त कमिश्नर पद के अधिकारी ने बताया कि इस बार दुकानदारों को दुकान में बेचे जाने वाले पटाखों की मात्रा का डिटेल्स भी देना होगा।
बड़ाबाजार पर रहेगी विशेष नजर दिवाली के मौके पर बड़ाबाजार में पटाखों की बिक्री पर पुलिस विशेष नजर रखेगी। बागड़ी मार्केट अग्निकांड से सबक लेते हुए प्रशासन दिवाली के मौके पर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहता है। बड़ाबाजार इलाके के गोदामों की पुलिस तलाशी ले रही है। खबर मिली है कि मालवाही ट्रकों से भारी मात्रा में प्रतिबंधित पटाखे पड़ोसी राज्यों से महानगर में पहुंच चुके हैं। दुर्गापूजा से पहले नॉर्थ पोर्ट इलाके के एक गोदम में छापामारी कर लाखों रुपए के चीनी पटाखों को जब्त किया है। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है कि बड़ाबाजार, कैनिंग मार्केट, पोस्ता, चीना मार्केट के कई दुकान व भाड़े गोदाम पुलिस के राडार पर हैं।
कैसे पता लगेगा चीनी हैं पटाखे इन्हें पहचानना बेहद मुश्किल है, लेकिन कीमत से भारतीय पटाखों और चीनी पटाखों में अंतर समझा जा सकता है। अगर भारतीय ब्रांड का अनार 150 रुपये पैकेट है, तो मेड इन चाइना का अनार लगभग आधे दाम यानी 75 रुपए में मिल सकता है। दुकानदार इसे लोकल माल कहकर बेच देते हैं, हालांकि कुछ पटाखों पर साफ-साफ शब्दों में मेड इन चाइना भी लिखा होता है।