मृतका की पत्नी शिखा हांसदा ने बताया कि सोमवार की शाम वह डीसीआरसी कार्यलय से घर लौटने के बाद अपनी चुनावी ड्यूटी को लेकर परेशान थे। केंद्रीय अर्धसैनिक बल की तैनाती न होने पर ड््यूटी नहीं करने की बात कही थी। रात को कई जगहों पर छिटपुट हिंसा की खबर सुनकर उनका भय बढ़ गया। बहुत समझाने के बाद सोने चले गए थे। रात में नींद खुली तो वे अपने कमरे से गायब थे। दूसरे कमरे में बाबुलाल को फंदे पर लटका हुआ पाया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने मृतक के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घटना की जानकारी मिलते ही चुनाव आयोग ने जिला प्रशासन से मामले की रिपोर्ट तलब की है। चुनाव आयोग ने प्रशासन से इसकी रिपोर्ट जल्द से जल्द जमा करने का निर्देष देते हुए जानना चाहा है कि चुनाव से ठीक एक रात पहले ऐसा क्या हुआ कि उक्त वोट कर्मी की मौत हो गई? यह महज एक इत्फाक है या इसके पीछे कोई और रहस्य छुपा हुआ है? पुलिस इसका पता लगाने में जुट गई है।