सूत्रों के अनुसार, कोरोना के लक्षण प्रिंसिपल हसी दासगुप्ता और उनके पति में भी मौजूद थे। दोनों की परीक्षण रिपोर्ट सोमवार को सकारात्मक आई। तब वे पहली बार क्वांरटाइन में थे। लेकिन सागर दत्त मेडिकल प्रिंसिपल हसी दासगुप्ता को खराब शारीरिक स्थिति के कारण मंगलवार को कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। ऑक्सीजन का स्तर काफी कम है। गुरुवार को उनकी मृत्यु हो गई।
राज्य के सरकारी अस्पताल की चिकित्सक डॉक्टर हसी दासगुप्ता की मौत की खबर सुनकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना से जंग हारने वाले डॉ हसी दासगुप्ता की मौत के बारे में सुनकर दुख हुआ। वह कॉलेज ऑफ मेडिसिन एंड सागर दत्ता अस्पताल के प्रिंसिपल के रूप में सेवारत थीं। उनके योगदान के लिए हम उनके आभारी हैं। मेरी प्रार्थनाएं इस कठिन समय में उसके परिवार के साथ हैं।