दामोदर नदी के चार जगहों पर तटबंध टूटने से जिले के कई इलाकों
में पानी घुस गया है। जयनगर, भवानीपुर, ठाकुररानीचक, सोनागाछी में तटबंध
टूटे हैं। रिहायशी इलाकों में पानी घुसने से 50 गांव प्रभावित हुए है
हावड़ा. दामोदर नदी के चार जगहों पर तटबंध टूटने से जिले के कई इलाकों में पानी घुस गया है। जयनगर, भवानीपुर, ठाकुररानीचक, सोनागाछी में तटबंध टूटे हैं। रिहायशी इलाकों में पानी घुसने से 50 गांव प्रभावित हुए है। आमता में रिंग बांध भी पानी के तेज बहाव में टूट गया है। इसके कारण आमता ब्लॉक एक में मान्दरिया, वन्दर, सिराजबाटी, पश्चिमपाड़ा, मिल्कीचक, कलोनिचक सहित कई गांव डूब गए हैं।
स्थानीय लोगों के मुताबिक आमता के रिंग बांध की स्थिति खराब थी। इसकी जानकारी प्रशासन को दी गई थी। कोई लाभ नहीं हुआ और बांध टूट गया।
बाढ़ प्रभावित गांवों में फंसे लोगों को जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षित स्थान पर ले जाने का काम किया जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से दी जा रही राहत समाग्री को लेकर भी स्थानीय लोगों ने गुस्सा जताया। पीडि़तों का आरोप है कि राहत सामाग्री समय पर नहीं मिल रही है।
आमता दो नंबर ब्लाक में मुण्डेश्वरी नदी के पानी के तटबंध छोडऩे के कारण आमता दीप अंचल भाटोरा, घोड़ाबेडिय़ा और चितनान प्रभावित हुआ है। इन इलाकों का सड़क संपर्क टूट गया है। नौका के माध्यम लोग आवाजाही कर रहे है। उदयनारायणपुर के विधायक समीर पांजा ने कहा कि नए सिरे से बांध टूटने के कारण श्यामचक, श्यामपुर, प्रतापचक, भवानीपुर सहित कई गांव जलमग्न हो गए हैं। प्रभावित गांवों में राहत व बचाव कार्य शुरु कर दिया गया है। करीब 49 राहत शिविर खोले गए है। जहां से उन्हें सरकारी मदद मुहैया कराई जा रही है। शिविरों से तिरपाल, सूखा भोजन, पेयजल, दवा, खिचड़ी मुहैया कराई जा रही है। 50 से अधिक नौका व स्पीडवोट से बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। वहीं बाढ़ के पानी में जिले के श्यामल प्रमाणिक नामक एक व्यक्ति की बहने की खबर मिली है।