900 में से मात्र बजे हैं 200 सिनेमाघर पश्चिम बंगाल में वर्तमान समय में 900 में से केवल 200 सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर बचे हुए हैं। लोगों क ी जीवनशैैली व बढ़ती सुविधाएं लोगों को मल्टीप्लेक्स के पास ले जाती है। स्थिति यही रही, तो शायद सारे सिंगल स्क्रीन बंद हो जाएंगे। मालूम हो कि नब्बे के दशक में फिल्म टिकट के लिए सेवा शुल्क शुरू किया गया था। हालांकि मोदी सरकार के दौरान जीएसटी के बाद से अन्य सभी करों को वापस ले लिया गया है। अन्य राज्यों जैसे कि महाराष्ट्र, गोवा, त्रिपुरा और झारखंड सहित कई अधिक राज्यों में सिनेमाघर के रखरखाव के लिए विशेष नियम हैं। सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल सरकार सिनेमाघरों को अर्थिक सहायता देने को मौखिक रूप से सहमत थी, लेकि न इस पर कोई भी लिखित आश्वासन नहीं दिया था। इसके कारण सिंगल स्क्रीनघरों के सिनेमा मालिकों को भंयकर घाटे से गुजरना पड़ रहा है।