रेलवे का फर्जी वेबसाइट बनाकर बनाते थे शिकार केन्द्रीय एजेन्सी के सूत्रों के अनुसार यह गिरोह रेलवे का फर्जी बेवसाइट बनाया था। उक्त वेबसाइट के जरिए बेरोजगार युवकों को अपने जाल में फांसता था। वेबसाइट पर पहले भर्ती निकालते थे। फिर परीक्षा की तारीख तय करते। किसी गुप्त स्थान पर परीक्षा भी लेते थे। फिर रिजल्ट और ज्वाइनिंग लेटर थमा देते थे।
देश के विभिन्न शहरों में की है ठगी इस गिरोह के सदस्य देश के विभिन्न शहरों में ठगी कर चुके हैं। प्राय: हर शहर में इस गिरोह का अपना एजेन्ट है। लम्बे समय से रेलवे को इस तरह की शिकायत मिल रही थी। कई बेरोजगार गिरोह की ओर से दिए फर्जी ज्वाइनिंग लेटर लेकर रेलवे कार्यालय पहुंच जाते थे। सीबीआई पकड़े गए दोनों से पूछताछ कर गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम और पता जानने का प्रयास कर रही है। यह भी जानने का प्रयास किया जा रहा है कि ये िकतने िदनों से ठगी कर रहे हैं। अब तक इन्होंन कितने लोगों से ठगी की है।
रेल विकास निगम महाप्रबंधक ने दर्ज कराई थी शिकायत रेल विकास निगम के महाप्रबंधक ने इस गिरोह के खिलाफ फरवरी महीने में सीबीआई से शिकायत दर्ज कराई थी। सीबीआई की विशेष टीम मामले की जांच कर रही थी।