इस मौके पर लंबे समय तक संसद में भाजपा के प्रतिनिधित्व करने वाले उपराष्ट्रपति नायडू ने देश के सांसदों से रचनात्मक भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि देश के सांसद संसद में उपराष्ट्रपति ने सांसदों से रचनात्मक तरीके से चर्चा और बहस करनी चाहिए। चर्चा और बहस किसी समस्या के समाधान के लिए नतीजे पर पहुंचने के लिए किया जाना चाहिए, न कि किसी को परेशान करने के लिए किया जाना चाहिए। असहमत पर सहमत हो। देश के सांसदों से उनका आग्रह है कि वे सरकार को प्रस्ताव देने दें, विपक्ष को विरोध करने दें और संसद को समस्यायों को निपटाने दें।